पुण्यतिथि पर याद किए गए स्वतंत्रता सेनानी सह पूर्व विधायक कुमार गंगा सिंह, पटना समेत डुमरांव में कार्यक्रम आयोजित
पटना/बक्सर। डुमरांव विधानसभा क्षेत्र हमेशा से चर्चा में रहा है। इस क्षेत्र ने सरदार हरिहर सिंह को मुख्यमंत्री के रुप में नेतृत्व दिया तो इसी क्षेत्र से कुमार गंगा सिंह ने सरदार हरिहर सिंह को हराकर डुमरांव के विधायक बने। कुमार गंगा सिंह की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह स्वतंत्रता सेनानी के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में कई बार इनके जीवन में ऐसा भी आया जब इन्होंने अपनी जमीन तक को दान कर दिया। मंगलवार को इनकी पुण्यतिथि पर डुमरी गांव में इनके परिजनों के अलावे गांव के लोगों ने गंगा बाबु की आदमकद प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर इन्हें याद किया। साथ ही इनके द्वारा किए गए सामाजिक और राजनैतिक उत्थान जैसी बातों को सभी ने अपने-अपने तरीके से रखा।राजधानी पटनामें भी स्व गंगा सिंह के पौत्र वार्ड 25 के निगम पार्षद रजनीकांत सिंह के नेतृत्व में भी उनकी पुण्यतिथि आयोजित की गयी।उनके पौत्र रजनीकांत ने उनके जीवन में प्रकाश डालते हुए बताया की डुमरांव विधानसभा से सरदार हरिहर सिंह को वर्ष 1957 में हराकर कुमार गंगा सिंह विधायक के रुप में चुने गए, जो 1967 तक लगातार डुमरांव विधानसभा का नेतृत्व करते रहे। वर्ष 1952 में कांग्रेस की टिकट पर डुमरांव से सरदार हरिहर सिंह विधायक बने। वर्ष 1957 में कुमार गंगा सिंह ने इन्हें राजनितिक मात देते हुए विधायक चुन लिए गए। हलांकि सरदार हरिहर सिंह को विधान पार्षद के रुप में चुन लिया गया था। एक लंबे अंतराल के बाद 1969 में कांग्रेस की टिकट पर डुमरांव से पुनः जीत दर्ज कराकर सरदार हरिहर सिंह बिहार के मुख्यमंत्री बने। कुमार गंगा सिंह की राजनीति जाति-धर्म से उपर उठकर विकास, शिक्षा के प्रति रुचि के इर्दगिर्द घुमती रही। ज्ञात हो कि इसी डुमरी गांव की महादानी महिला धरिक्षणा कुंवरी जी ने 21 बीघा भूमि तत्कालीन विधायक कुमार गंगा प्रसाद सिंह के साथ मिलकर डुमरी में डी.के.मेमोरियल कॉलेज की स्थापना के लिए दान में दे दिया था। स्वास्थ्य के क्षेत्र में पटना के कैंसर अस्पताल में भी दो लाख की राशि कुमार गंगा सिंह ने दान दिया था। देश 1942 में अंग्रेजी हुकूमत की आग में जल रहा था, इन अंग्रेजों का विरोध करने वाले देशभक्तों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाती थी, उन्हीं में से एक थे स्वतंत्रता सेनानी गंगा बाबु जिन्हें कई वर्षों तक जेल तक की हवा खानी पड़ी थी।
गंगा बाबु के घर परिवार में राजनीति सफर जारी रहा। लोगों की सेवा इस परिवार की नियति में शामिल रही और आज की तारीख में उनकी विरासत को आगे बढ़ाते हुए तत्कालीन विधायक कुमार गंगा सिंह के पौत्र रजनीकांत सिंह ने समाजसेवा औऱ जनप्रिय नेता होने की वजह से पटना के वार्ड नंबर 25 से वार्ड पार्षद के रुप में चुन लिए गए। इनकी कार्यशैली भी अपने दादा जी की तरह ही देखने को मिलती है। हलांकि इन्होंने पटना में वार्ड पार्षद के रुप में अपनी अलग पहचान भले ही कायम कर ली है मगर अपनी मिट्टी यानि डुमरांव विधानसभा की जनता के लिए भी उसी तरह खड़े रहते हैं जिस प्रकार इनके दादा जी स्व.कुमार गंगा प्रसाद सिंह जी रहा करते थे।
मंगलवार को उनकी पुण्यतिथी के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया गया। इस दौरान वक्ताओ ने उनके जीवनी पर प्रकाश डाला। इनकी कार्यशैली को देखते हुए कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष भी चुना गया था।
कुमार गंगा सिंह ऐसे राजनेता थे कि इनके यहां आज भी बड़े बड़े नेताओं का आना जाना लगा रहता है जिनमें देश के पूर्व उपराष्ट्रपति भैरो सिंह शेखावत, पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार सहित कई अन्य बड़ी हस्तियों ने यहां आयोजित कार्यक्रमों में आकर इनकी प्रतिमा को नमन किया है।
इस मौके पर पुष्प अर्पित करने वालों तथा वक्ताओं में मुखिया प्रतिनिधि विद्यासागर कुंवर,सरपंच धर्मपाल कुंवर,आचार्य बड़कू पाठक, राधारमण सिंह, किशोरी रमण सिंह, विश्वेंद्र प्रताप सिंह, शिवजी लाल श्रीवास्तव, पप्पु सिंह, पटना के वार्ड पार्षद रजनीकांत सिंह, गोपाल जी सिंह,धोनी कुंवर ,मनीष सिंह आदित्य,चंचल सिंह आदि प्रमुख रहे।