केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश को बनाया निशाना,तो हमला बोला जद यू के अशोक चौधरी संजय सिंह और श्याम रजक ने, इधर सच्चिदानंद उतरे गिरिराज के समर्थन में
पटना।लोकसभा चुनाव खत्म होने के उपरांत एनडीए के पक्ष में आए भारी बहुमत के बावजूद बिहार की राजनीति ‘ठंडी’ होने के बजाय एकबएक ‘गर्म’ होती जा रही है। कल सुबे के मुखिया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोजपा सुप्रीमो केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के द्वारा आयोजित दावते इफ्तार में पहुचें। इस इफ्तार पार्टी के तस्वीरों को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आज सुबह-सुबह व्यंग्यात्मक टिप्पणी कर राज्य के राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया।गिरिराज सिंह ने दावते इफ्तार की तरह एनडीए नेताओं को नवरात्रि के दौरान फलाहार का सार्वजनिक आयोजन करने का सलाह दिया और दिखावा से बचने की भी सलाह दी। गिराज सिंह की टिप्पणी साथ ही जदयू के कई नेता अचानक गिरिराज सिंह पर हमलावर हो गए। सबसे पहले भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि गिरिराज सिंह की इतनी हैसियत नहीं है कि वे सीएम नीतीश कुमार को नसीहत दे। मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि गिरिराज सिंह हार्ड हिंदुत्व लाइन का पक्ष लेते रहे हैं,मगर उनकी पार्टी सबको साथ लेकर चलने पर विश्वास करती है।अशोक चौधरी के बाद जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने गिरिराज सिंह पर आक्रामक बयान देते हुए उन्हें मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया।साथ ही यह भी कहा कि गिरिराज सिंह जैसे मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काबू से भी बाहर हैं।इस राजनीतिक वाक् युद्ध को आगे बढ़ाने का काम उद्योग मंत्री श्याम रजक ने किया।उन्होंने गिरिराज सिंह पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्र में मंत्री बने हैं तो काम पर ध्यान दें बेवजह चेहरा चमकाने की कोशिश ना करें।जदयू के तीन दिग्गज नेताओं द्वारा भाजपा के गिरिराज सिंह पर दिए गए तीखे वक्तव्य के बाद भाजपा के विधान पार्षद सच्चिदानंद राय ने गिरिराज सिंह के समर्थन में मोर्चा संभाला। एक ट्वीट के माध्यम से उन्होंने कहा कि जिस तरह जदयू के सारे प्रवक्ता और मंत्री उन पर टूट पड़े हैं ,नवरात्रि के समय फलाहार कराते हुए इस तरह के सुंदर-सुंदर फोटोग्राफ हो तो उसके साथ इस ट्वीट का जवाब दे दीजिये। सच्चिदानंद राय इतने में ही नही रुके उन्होंने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के ऊपर हर किसी को कुछ भी बोलना नितांत अनुचित है। इसे नीतीश जी को रोकना चाहिए। उन्होंने कहा कि कम से कम भाजपा की चुप्पी का गलत अर्थ तो नहीं निकाले आप लोग।आपको पलटी मारना है और अगर यही आपको सूट करता है तो आप कीजिए ना उसके लिए माननीय गिरिराज बाबू को जरिया क्यों बनाना चाहते हैं ।यह ठीक नहीं है एक तरफ आप मंत्रिमंडल में सांकेतिक भागीदारी पर गुस्सा जाते हैं और दूसरी तरफ लगातार हर रोज सुबह शाम तक किसी न किसी रूप से मीठाअथवा आक्रामक तरीके से पता नहीं क्या संदेश देना चाहते हैं,जो कहना है खुलकर कहिए, जो करना है खुलकर करिए।
बहरहाल लोजपा के दावते इफ्तार को लेकर एनडीए के अंदर वाक युद्ध तो छिड़ गया है।मगर इसका दूरगामी परिणाम क्या निकलेगा यह तो आनेवाला वक्त ही तय करेगा।