PATNA : कर्ज में डूबे व्यक्ति ने की आत्महत्या, अंधविश्वास के चक्कर में गवां दिए 20 लाख, बड़ा आदमी बनने का सपना रह गया अधूरा

बिहटा। पटना के बिहटा में एक पान दुकानदार ने बड़ा आदमी बनने और अपने बेटे के नौकरी लगाने के चक्कर में अपनी पूरी संपत्ति बेच डाली। जिससे परेशान होकर बुधवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मिली जानकारी के अनुसार बिहटा थाना क्षेत्र के राघोपुर बाजार समिति के नजदीक सत्येंद्र राम अपने 3 भाईयों में सबसे बड़ा था। राघोपुर गांव में ही अपनी पान की गुमटी से परिवार का भरण पोषण किया करता था। जबकि दो भाई गुमटी और ठेला चलाया करते हैं, जबकि एक भाई पोलदारी का काम करता है। ग्रामीण बताते हैं कि सत्येंद्र राम को अपने बेटे का नौकरी लगाने और बड़ा आदमी बनने का धुन सवार हो गया था। इसी क्रम में वह गांव के एक मायाजाल में फंस कर अपनी सारी संपत्ति (लगभग 20 लाख) बेच डाला। संपत्ति हाथ से निकलने के बाद परेशान सत्येंद्र राम पिछले कई दिनों से डिप्रेशन में रहने लगा। सत्येंद्र की एक बेटी शादी के योग्य भी हो चली थी लेकिन पैसे के अभाव में वह काफी परेशान रहता था।
ग्रामीणों के अनुसार, सत्येंद्र राम अंधविश्वास में फंस गया और गांव के ही एक युवक ने उसके बेटे को नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए ठग लिया। जब सत्येंद्र राम के बेटे की नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने उस युवक से पैसे की मांग की, जिसे लेकर गांव में मारपीट भी हुई। कर्ज का बोझ जब बढ़ने लगा तो परेशान सत्येंद्र राम ने बुधवार की सुबह घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। इसकी सूचना बिहटा थाने को दी। बिहटा प्रभारी से बात करने पर उन्होंने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है।

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