पटना में साइबर क्राइम ट्रेनिंग सेंटर का भंडाफोड़, कई कागजात बरामद, 1 युवक गिरफ्तार

पटना, बिहार। बिहार की राजधानी पटना में साइबर अपराधियों का एक गिरोह पिछले चार साल से पटना में सेंटर खोल कर नये सदस्यों को साइबर फ्रॉड की ट्रेनिंग दे रहा था। ट्रेनिंग देने के साथ साथ यह गैंग खुद भी ठगी करता था। पत्रकार नगर की पुलिस ने गैंग के एक सदस्य को तब पकड़ा, जब वह हनुमान नगर के काली मंदिर रोड में सावित्री सदन के पास अपने तीन अन्य साथियों के साथ एटीएम से रुपये निकालने का प्रयास कर रहा था। उसके तीनों साथी देख भाग निकले। पकड़े गये शातिर के बैग से 16 डेबिट कार्ड, लैपटॉप, सात मोबाइल, अलग-अलग बैंक खातों के छह पासबुक, तीन से अधिक चेकबुक, दूसरे के नाम पर पांच खातों के दस्तावेज, चार पैन कार्ड, बाइक और जीप के कागजात मिले हैं। इसके अलावा 50 हजार कैश भी बरामद हुआ है। पूछताछ में पता चला कि गैंग में 9 लोग शामिल हैं। ये सभी नवादा के हैं।

थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने बताया कि पकड़ा गया 23 वर्षीय गौतम कुमार नवादा जिले के वारसलीगंज के मीरचक गांव का रहने वाला है और 12वीं का छात्र है। गिरोह के सदस्य ठगी के रुपये से अय्याशी करने के साथ संपत्ति भी खरीदते थे। गौतम ने बताया कि वह पेशेवर साइबर ठग गिरोह का सदस्य है। पिछले चार साल से पटना में साइबर ठगी करने के लिए एक सेंटर खोल रखा था। इस सेंटर में नये सदस्यों को ट्रेनिंग भी दी जाती थी। गिरोग के सदस्य अबतक 50 लाख से अधिक की ठगी कर चुके हैं। गिरफ्तार गौतम ने पूछताछ में बताया कि गिरोह का मुख्य सरगना नवादा का संतोष है। इसके अलावा आदर्श, गौरव, मुकेश, रवींद्रनाथ चौधरी, गजेंद्रनाथ भुइयां, राकेश व ओंकार गिरोह के सदस्य हैं। इससे पहले भी साइबर ठगी में सरगना संतोष का नाम आ चुका है। साइबर अपराधियों ने न्यू बाइपास स्थित आनंद पैलेस अपार्टमेंट में दो फ्लैट किराये पर ले रखा था।

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