क्लीन एयर एक्शन प्लान के ठोस कार्यान्वयन में सिविल सोसाइटी की भागीदारी महत्वपूर्ण

  • सीड और सीईईडब्ल्यू ने स्वच्छ हवा के लिए एनफोर्समेंट एजेंसियों को जवाबदेह बनाने पर दिया बल

गाजियाबाद/पटना। सेंटर फॉर एनवायरमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट( सीड) और कॉउंसिल आन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर (सीईईडब्ल्यू) द्वारा संयुक्त रूप से एक वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य शहर के क्लीन एयर एक्शन प्लान के प्रभावी क्रियान्वयन को मजबूत करने के लिए सिविल सोसाइटी समेत सभी प्रमुख स्टेकहोल्डर्स के सामूहिक प्रयासों को एक मंच पर लाना और एनफोर्समेंट एजेंसियों को जवाबदेह बनाने पर बल देना था। यह परिचर्चा सीड की एक पहल “क्लीन एयर इम्प्लीमेंटेशन नेटवर्क” (कैन) के तत्वावधान में आयोजित की गई थी ताकि सभी स्टेकहोल्डर्स को पॉल्यूशन हॉटस्पॉट को चिन्हित करने, उठाए गए कदमों की निगरानी करने और स्वच्छ हवा के लिए रचनात्मक कदम उठाने के लिए सक्षम और जागरूक बनाया जा सके।
सीड में सीनियर प्रोग्राम अफसर अंकिता ज्योति ने कहा कि गाजियाबाद के प्लान में जन जागरूकता और कम्युनिटी आउटरीच की बात की गयी है। यह इसलिए भी जरूरी है कि लोगों को योजना निर्माण एवं क्रियान्वयन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका दी जानी चाहिए। नागरिकों एवं सिविल सोसाइटी का समावेश स्थानीय स्तर पर किसी भी उल्लंघन और खामियों पर ठोस कदम उठाने के लिए प्रेरित करेगा और क्रियान्वयन एजेंसियों को जवाबदेह और जिम्मेदार बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस मौके पर तनुश्री गांगुली, प्रोग्राम लीड-एयर क़्वालिटी, सीईईडब्ल्यू ने बताया कि उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों के लिए बने क्लीन एयर एक्शन प्लान की समीक्षा यह संकेत करती है कि गाजियाबाद समेत सभी शहरों के प्लान एक जैसे ही हैं, जबकि अलग-अलग शहरों की विशिष्टता पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
वेबिनार में गाजियाबाद और समीपवर्ती इलाकों के 40 से अधिक प्रमुख सिविल सोसाइटी संगठनों, नागरिक समूहों, मेडिकल डॉक्टर्स, शिक्षाविदों और अन्य लोगों की भागीदारी देखी गई और सबने एक स्वर से मांग की कि राज्य सरकार को स्वच्छ वायु कार्य योजना के क्रियान्वयन में सिविल सोसाइटी और नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है, ताकि सामूहिक प्रयासों से शहर में वायु गुणवत्ता बेहतर हो सके।

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