बुद्धा कॉलोनी थाना नहीं ले रही है एफआईआर,एसएसपी पटना से लगाई गुहार

पटना।राजधानी में अपराध बेहद बढ़ा हुआ है।आम जनता अपराधियों से त्रस्त है।उस पर भी पुलिस के द्वारा आम लोगों का एफआईआर तक दर्ज नहीं किया जा रहा है।बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र के उत्तरी मंदिरी निवासी सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता देवेंद्र प्रसाद सिंह ने पटना पुलिस की कार्यशैली को कठघरे में खड़ा किया है।पटना के एसएसपी को लिखित शिकायत पत्र में सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता देवेंद्र प्रसाद सिंह ने बुद्धा कॉलोनी थाने की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।दरअसल होली के अगले दिन 30 मार्च को सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता देवेंद्र प्रसाद सिंह के उत्तरी मंदिरी स्थित आवास पर अपराधियों ने हंगामा, पत्थरबाजी तथा गाली गलौज किया था।घटना के अगले दिन उनके द्वारा थाने में इस बाबत एफआइआर कराने के लिए आवेदन दिया गया।आज आवेदन देने के 6 दिनों के उपरांत भी बुद्धा कॉलोनी थाना के द्वारा एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई नहीं की गई।इस संबंध में सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता देवेंद्र प्रसाद सिंह ने पटना के एसएसपी से भी शिकायत पत्र 3 अप्रैल को दिया है। मगर इसके बावजूद अभी तक उनका एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है।उन्होंने बताया कि गत 30 मार्च को उनके घर पर आकर हमला करने वाले अपराधियों में प्रमुख राजकुमार महतो बुद्धा कॉलोनी थाने का अस्थायी ड्राइवर है।इसलिए पुलिस के द्वारा उनका एफआईआर नहीं लिया जा रहा है।उन्होंने बताया कि घटना के साथ के सबूत तौर पर सीसीटीवी का फुटेज भी दिया है।मगर इसके बावजूद पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही हैं।दरअसल आरोपी राजकुमार महतो बुद्धा कॉलोनी थाने का अस्थायी चालक है।इसलिए बुद्धा कॉलोनी थाना उसे बचाना चाहती है।इतना ही नहीं शिकायतकर्ता ने अपने आवेदन में बुद्धा कॉलोनी थाना के कथित चालक राजकुमार महतो पर अवैध शराब का धंधा करने का भी आरोप लगाया है।वरीय अधिकारियों से गुहार लगाते-लगाते सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता देवेंद्र प्रसाद सिंह थक चुके हैं।बावजूद बुद्धा कालोनी थाने के द्वारा उनका एफआइआर अभी तक दर्ज नहीं किया गया।इस घटना से सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता देवेंद्र प्रसाद सिंह का पूरा परिवार बेहद डरा हुआ है।उन्होंने बताया कि पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से अपराधिक तत्वों का हौसला बेहद बढ़ा हुआ है।उन्हें तथा उनके पुत्र सौरभ कुमार को अपराधियों के द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है।उन्होंने कहा कि पुलिस मामले में एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई करने के बजाय उन पर ही समझौता करने के लिए दबाव बना रहे हैं। सेवानिवृत्त कार्यपालक अभियंता देवेंद्र प्रसाद सिंह तथा उनके परिजनों को आशंका है कि कहीं मिलीभगत करके उन्हें तथा उनके परिजनों को ही झूठे केस में फंसा ना दिया जाए।

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