अगर हमसब साथ मिलकर लड़े तो बीजेपी का सफाया हो जायेगा, विपक्षी एकता में कांग्रेस अब ना करें कोई देरी : मुख्यमंत्री

  • भाकपा माले के राष्ट्रीय अधिवेशन में केंद्र पर बरसे नीतीश, कहा- मेरी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं, हम बस 2024 में बदलाव चाहते हैं

पटना। भाकपा-माले के राष्ट्रीय महाधिवेशन के अवसर पर 18 फरवरी को महाधिवेशन के मंच से फासीवादी हमले के खिलाफ लोकतंत्र संविधान की रक्षा के लिए व्यापक विपक्षी एकता को एक जुट करने के लिए राष्ट्रीय कन्वेंशन का आयोजन किया गया है। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने संबोधन शुरू किया। उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बड़ा बयान दिया बोले कांग्रेस को अब आगे का फैसला करना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी एकता में कांग्रेस देरी न करे। सभी एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे, तभी बीजेपी का सफाया हो पाएगा। कांग्रेस को अब आगे का फैसला करना चाहिए। हम तो उनकी हामी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी तरफ से कोई पॉजिटिव जवाब नहीं मिल रहा है। भाकपा-माले के 11वें जनरल कन्वेंशन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियों को यह समझना होगा कि हमें सभी धर्म, जाति के लोगों को साथ लेकर चलना होगा। 2024 में अगर विपक्षी एकजुटता के साथ चुनाव लड़ेंगे तो बीजेपी की 100 से कम सीटें आएंगी। नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी का साथ छोड़ने के बाद हमने दिल्ली जाकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की थी। अभी तक हमें उनकी हामी का इंतजार है, लेकिन अब इसमें ज्यादा देरी नहीं होनी चाहिए।
हमारी एकजुट होने पर 2024 के चुनाव में बीजेपी 100 सीटों पर सिमट जाएगी
उन्होंने सलमान खुर्शीद से कहा कि आपके जरिए कांग्रेस नेतृत्व से अपील है, सब एकजुट हुए तो बीजेपी 100 सीट के नीचे निपट जाएगी। बिहार में विपक्षी दल एकजुट होकर काम कर रहे हैं। जब एनडीए से अलग हुए तो सभी विपक्षी दल के नेताओं ने स्वागत किया। 2024 में सभी विपक्षी दल एकजुट होकर लड़ेंगे तभी बीजेपी का सफाया होगा। आज आजादी की लड़ाई का इतिहास बदलने का प्रयास हो रहा, सभी धर्म और जाति के लोगों को लेकर साथ चलना होगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि, नेतृत्व को लेकर मेरी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है। हम तो केवल बदलाव चाहते हैं। जो सब तय करें वही होगा। आप को बता दें 11वां राष्ट्रीय महाधिवेशन पटना के एसकेएम हॉल में चल रहा। यह महाधिवेशन 16 फरवरी से चल रहा है। जहां 15 फरवरी को माले की ओर से पटना के गांधी मैदान मे बड़ी रैली की गई थी। इस महाधिवेशन में भाग लेने फेमस लेखिका और सोशल एक्टिविस्ट अरुंधंती राय भी पटना आईं हुई है। इस महाधिवेशन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव अपनी बात रख रहे हैं। और 2024 के चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी को कैसे घेरा जाए इसपर बाते हो रही है। माले और अन्य लेफ्ट पार्टियों के नेताओं, सोशल एक्टिविस्टों के साथ मिलकर विपक्ष के तमाम नेता इसकी रणनीति बनाएंगे।
पहले भी हिंदू राष्ट्र को लेकर केंद्र पर हमलावर हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
बता दें कि इसके पहले भी बिहार के मुख्यमंत्री ने 1 दिन पूर्व कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि पर केंद्र पर बड़ा हमला किया था। उन्होंने बीबीसी रेड का हवाला देते हुए यह कहा था कि आप लोग देखिए रहे हैं ना कि आजकल क्या क्या हो रहा है, आप लोग एक बात जान लीजिए कि जो कोई भी अब केंद्र की कमियों को दिखाएगा उन पर कार्रवाई हो जाएगी। इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला पर होते हुए यह भी कहा कि भाजपा के लोग यह सोच रहेंगे 2024 के पहले हिंदू राष्ट्र बनेगा तो यह उसकी भूल है। यह कभी भी संभव नहीं है। हम लोग महात्मा गांधी के संकल्प को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं और उनके संकल्प को आगे बढ़ाने का काम करते रहेंगे। वहीं, आदनी मामले में संसद के अंदर जेपीसी की गठन को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह जायज़ माँग है। मैं भी सांसद रहा हूं और उस दौरान भी जेपीसी को पूरा किया जाता रहा है। लेकिन, लगता है कि आदानी मामले में कुछ अंदुरुनी बात है तभी कुछ भी नहीं हो रहा है। इसके आलावा बीबीसी के दफ़्तर पर आईटी रेड पर नीतीश कुमार ने कहा कि, हमने भी न्यूज़ देखा है। बीबीसी पूरी दुनिया है लेकिन इस तरह के रेड क्या है सभी जानते है। क्या हो रहा है यह भी सभी जानते है। वहीं खुद विरोध करने वाले पर कार्रवाई के सवाल पर नीतीश ने कहा कि मेरा बारे में जिसको जो छापना है छापते रहे। वे तो सिर्फ अपने काम पर ध्यान देतें हैं। पहले बिहार और उनकी सरकार के बारे में काफी छपता था पर आजकल तो सिर्फ उनके विरोध की बातें ही ज्यादा छप रही है। वही उन्होंने कहा कि अगर कार्रवाई की जाती है तो साफ हो जाएगा कि मोदी सरकार क्या चाहती है।

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