बिहार क्रांति महासम्मेलन- नीतीश कुमार में अकेले चुनाव लड़ने का साहस नहीं,डॉ मदन मोहन झा ने कहां चुनाव के वक्त प्रधानमंत्री खोलते हैं झूठी घोषणाओं का पिटारा

पटना।बिहार प्रदेश कांग्रेस के द्वारा चलाए जा रहे वर्चुअल रैली बिहार क्रांति महासम्मेलन में आज प्रदेश के मधेपुरा तथा सहरसा जिले के कार्यकर्ताओं तथा आम जनों के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली तथा पटना स्थित मंच से संवाद स्थापित किया। दिल्ली मंच से कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय सचिव सह बिहार प्रभारी अजय कपूर,पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत तथा प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष, विधायक डॉ अशोक कुमार एवं दीपक नेगी उपस्थित थे।

बिहार क्रांति महासम्मेलन के वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा हरियाणा कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने कहा कि आज कोरोना काल में भी बिहार में चुनाव हो रहे हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ता पूरे जोशो खरोश में आगामी चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं। पूरा देश जानता है जब कोरोना महाआपदा आई तो किस तरह केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने हाथ खड़े कर दिए थे। बिहार की जनता भी अपनी आंखों से देख चुकी है कि जब कोरोना आपदा तथा लॉकडाउन की त्रासदी से बिहार वासी जूझ रहे थे।तब प्रदेश में ऐसा लग रहा था। मानो सरकार नाम की कोई चीज ही यहां नहीं है। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में अर्थव्यवस्था बर्बादी के कगार में पहुंच गई है। मगर ऐसा एक दिन में नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले नोटबंदी उसके बाद जीएसटी लगाकर इस देश के असंगठित क्षेत्र के कारोबार को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। आज बेरोजगारी इस देश की सबसे बड़ी समस्या है। जिसके लिए पूरी तरह से केंद्र की मोदी सरकार तथा राज्य की नीतीश सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि हम यह कभी नहीं भूल सकते कि पूरे देश को अपने पसीने से सिंचने वाले प्रवासी बिहारी नागरिकों को लॉक डाउन की त्रासदी में अपार कष्टों से गुजरना पड़ा। उस महा विपत्ति काल में केंद्र की मोदी सरकार तथा राज्य की नीतीश सरकार ने अपने ही प्रवासी नागरिकों के प्रति जैसा सौतेला व्यवहार किया।उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि बिहार में बदलाव होना सुनिश्चित है। बिहारवासियों को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ संकल्प लेना चाहिए तथा बिहार में एनडीए की सरकार को बुरी तरह से पराजित कर देश को नई दिशा देनी चाहिए।

बिहार कांति महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि दुनिया में सबसे युवा देश आज भारत है। भारत में 50% युवा आबादी है। मगर आज देश में बेरोजगारी की समस्या चरम पर है। युवाओं के देश में बेरोजगारी की समस्या चरम पर है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि हालात कितने भयावह हो गए हैं।उन्होंने बिहार की नीतीश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अच्छी-अच्छी बातों की जलेबी तो सुशासन बाबू बना लेते हैं, मगर युवाओं के लिए रोजगार के मसले पर कुछ नहीं कर पाते। उन्होंने कहा कि बिहार की युवाओं का आक्रोश उफान पर हैं।इस चुनाव में बिहार का युवा वर्ग ही बदलाव का द्योतक बनेगा। बिहार के युवा नीतीश सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने कहा कि बिहारवासी देख चुके हैं। कैसे विपत्ति की घड़ी में सीएम नीतीश कुमार 6 महीने से खुद कोरनटाइन हो गएं। उन्होंने कहा कि बिहार के चुनाव में आम आवाम प्रधानमंत्री नरेंद्र

मोदी, गृहमंत्री अमित शाह तथा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जनता के ऊपर किए गए अत्याचारों का हिसाब मांगेगी। उन्होंने बिहार के जनता से अपील किया कि अपनी वोट की ताकत को पहचानिए।आपका एक-एक वोट इतिहास बनाता है।

सभा को संबोधित करते हुए बिहार के सह प्रभारी अजय कपूर ने कहा कि बिहार में बदलाव तय है। बिहार के जनता ने इस बार 15 वर्षों के भाजपा-जदयू सरकार की विदाई करने का मन बना लिया है।इस बार बिहार की जनता कांग्रेस गठबंधन को मौका देगी।

सभा को संबोधित करते हुए बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि 15 वर्ष तक सत्ता में रहने के बाद कोई मुख्यमंत्री 15 वर्ष पुरानी लाश को कब्र से उखाड़ने की बात करे, इसका क्या मतलब निकलता है। इसका एक ही मतलब निकलता है कि वह मुख्यमंत्री अपने 15 वर्षों के शासनकाल में कोई काम नहीं कर सका। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने किए गए कार्यों पर थोड़ा भी भरोसा होता तो आज जनता से अपने किए गए कार्यों के एवज में वोट मांग रहे होते। उन्होंने कहा कि 15 वर्षों तक सत्ता में रहने के बाद भी सीएम नीतीश कुमार को अकेले अपने दम पर चुनाव मैदान में उतरने की हिम्मत नहीं है। जदयू कभी किसी का सिर पकड़कर तो कभी किसी का पैर पकड़कर आज तक चुनावी वैतरणी पार करता आ रहा है। कांग्रेसी विधायकों के द्वारा पाला बदलकर जदयू में शामिल होने के मसले पर प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि जदयू के पास अपने नेताओं की कमी है। इसलिए उन्हें दूसरे दलों से नेता ले जाने पड़ रहा है। 15 वर्षों से जदयू सत्ता में है, मगर उसके पास चुनाव लड़ाने के लिए अपने प्रत्याशी तक नहीं है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अपने पार्टी के नेताओं पर भरोसा नहीं है। इसलिए उन्हें अन्य पार्टी के नेताओं का सहारा लेना पड़ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि जब चुनाव का समय आता है तब प्रधानमंत्री बिहार की जनता को ठगने के लिए झूठी घोषणाओं का पिटारा लेकर बिहार में खोलते हैं। मगर इस बार बिहार की जनता झांसे में नहीं आने वाली है। उन्होंने कहा कि बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा-जदयू की हार सुनिश्चित है।

बिहार क्रांति महासम्मेलन की इस अवसर पर आज वर्चुअल रैली में मधेपुरा तथा सहरसा के कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष समेत पूरी जिला कमेटी जुड़ी हुई थी। मधेपुरा तथा सहरसा जिला के कांग्रेस नेताओं के द्वारा वर्चुअल मीटिंग के दौरान प्रदेश तथा राष्ट्रीय नेताओं के समक्ष अपनी बातें रखी गई। इस महासम्मेलन में पटना के मंच से प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा, विधान पार्षद समीर कुमार सिंह, संगठन महासचिव ब्रजेश पांडे, प्रवक्ता राजेश राठौड़, वरीय नेता सुबोध कुमार, अंबुज किशोर झा समेत कई अन्य कांग्रेस नेता मंच से जुड़े हुए थे।

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