बिहार में बिजली घोटाले की लीपापोती में जुट गई है राज्य सरकार- लोजपा रामविलास

पटना।लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता राजेश भट्ट ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान जी ने बिजली दर की मनमानी वसूली पर सरकार के घोटाले को उजागर क्या किया कि सरकार बौखला गई। बौखलाहट में राज्य सरकार के उर्जा मंत्री विजेन्द्र यादव अनाप-सनाप आंकड़े पेश करने लगे है और मामले की लीपापोती में राज्य सरकार जुट गई है। लेकिन इससे घोटाले पर पर्दा नहीं डाला जा सकता है।

लोजपा रामविलास के प्रवक्ता ने कहा कि कभी प्रदेश के उर्जा मंत्री बिजली आपूर्ति के न्यूनतम दर से जूड़े आंकड़े गलत पेश करते हैं, तो कभी पुराने रिपोर्ट का हवाला दे रहे हैं, जिसका हालिया संदर्भ से कोई लेना-देना नहीं है।

सरकार द्वारा प्रचारित इसरो की पूरानी रिपोर्ट पर उन्होंने कहा कि अगर ये बात सच है कि नीतीश जी के शासन काल में ही विद्युत संचरण सुविधा तैयार की गई हैं, इसीलिए इसरो 474 प्रतिशत बढ़त दिखा रहा है, तो यह क्यों नहीं समझा जाना चाहिए कि इससे पूर्व की सरकारों ने इस संदर्भ में कोई काम नहीं किया है।उन्होंने कहा कि इसलिए थोड़ा काम भी उच्च बढ़त के रुप में दिख रहा है। कुल मिलाकर सरकार ने हमारे आरोपों को ही सत्यापित किया हैं।

उन्होंने ने कहा कि हमारा सवाल था कि जब ट्रांसमिशन इंफ्रास्ट्रक्चर इतना नया है तो फिर संचरण हानि इतना ज्यादा क्यों है? गौरतलब है कि अंतर्रराष्ट्रीय ट्रांसमिशन क्षति आमतौर पर आठ प्रतिशत होता हैं, जबकि बिहार विद्युत विनियामक आयोग 15 प्रतिशत मानती है, वहीं बिजली कंपनियों ने छत्तीस प्रतिशत तक क्षति होने का दावा किया है। अब इसी क्षति का हवाला देकर राज्य सरकार बिजली का दाम बढ़ाने का कुचक्र रच रही है, जो न्याययोचित नहीं है। राजेश भट्ट ने उर्जा विभाग में एक बड़े घोटाले की आशंका जताई है और पार्टी की ओर से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

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