गांधी मैदान में हर्षोल्लास के साथ अदा की गई बकरीद की नमाज, प्रशासन मुस्तैद, सोशल मीडिया पर निगरानी

पटना। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में इस वर्ष बकरीद का आयोजन श्रद्धा और उल्लास के साथ किया गया। हजारों की संख्या में नमाजी सुबह-सुबह यहां पहुंचे और शांतिपूर्ण ढंग से नमाज अदा की। प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए थे ताकि पर्व के दौरान कोई अव्यवस्था न हो। पूरे आयोजन को विधि-व्यवस्था के तहत शांतिपूर्ण रूप से संपन्न कराया गया।
प्रवेश और पार्किंग के विशेष इंतजाम
गांधी मैदान में नमाजियों के प्रवेश के लिए अलग-अलग गेट निर्धारित किए गए थे। गेट संख्या 5, 6, 7, 8, 9 और 10 को मुख्य प्रवेश द्वार बनाया गया था। वाहन लेकर आने वाले लोगों के लिए गेट संख्या 5 और 10 से प्रवेश की व्यवस्था की गई थी। मैदान में जलजमाव से बचाव के लिए 4-5 सक्शन मशीनें तैनात की गई थीं। इसके साथ ही साफ-सफाई, पेयजल, प्रकाश और पार्किंग व्यवस्था को भी दुरुस्त किया गया था।
प्रशासन रहा चौकस
पटना जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम और एसएसपी अवकाश कुमार स्वयं मौके पर उपस्थित थे और पूरी व्यवस्था पर नजर रखे हुए थे। प्रशासन ने जिले भर में कुल 481 स्थानों पर दंडाधिकारी और पुलिस अधिकारियों की तैनाती की थी। इनमें पटना सिटी अनुमंडल में 155 स्थान, पटना सदर में 85 स्थान, दानापुर में 80, बाढ़ में 60, मसौढ़ी में 39 और पालीगंज में 62 स्थान शामिल थे।
सोशल मीडिया पर पैनी निगरानी
प्रशासन ने सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को भी सक्रिय किया है ताकि किसी भी अफवाह या उन्माद फैलाने की कोशिश को समय रहते रोका जा सके। अफवाह फैलाने वाले या भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
संवेदनशील इलाकों में विशेष सतर्कता
पटना जिले के संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती गई। प्रशासन ने सभी थाना प्रभारियों और अनुमंडल पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया कि किसी भी स्थिति में कानून-व्यवस्था भंग नहीं होनी चाहिए। फतुहा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को थानाध्यक्ष रूपक कुमार अंबुज के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि किसी भी तरह की शरारत करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्माद फैलाने की कोशिश पर सख्त कार्रवाई होगी।
बकरीद शांतिपूर्ण, पर प्रशासन मुस्तैद
ईद-उल-अजहा के अवसर पर पूरे जिले में खुशी और धार्मिक भावना का माहौल रहा। लोगों ने अपने घरों और मस्जिदों में भी नमाज अदा की और कुर्बानी दी। हालांकि, प्रशासन ने किसी भी तरह की ढील नहीं दी। सशस्त्र बल, लाठी बल और रिजर्व फोर्स को तैयार रखा गया था ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल कार्रवाई की जा सके।
सामाजिक सौहार्द का प्रतीक
बकरीद सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि भाईचारे और आपसी मेल-जोल का प्रतीक भी है। इस अवसर पर पटना में सामाजिक सौहार्द की मिसाल देखने को मिली, जहां विभिन्न समुदायों के लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते नजर आए। पूरे आयोजन के दौरान पुलिस और प्रशासन की सख्त निगरानी ने यह सुनिश्चित किया कि पर्व बिना किसी बाधा के संपन्न हो।
