पटनासिटी में ऑटो चालक ने की खुदकुशी, फांसी लगाकर दी जान

पटना। पटना सिटी में एक दुखद घटना सामने आई है, जहाँ एक 25 वर्षीय ऑटो चालक सूरज कुमार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना बुधवार को खाजेकला थाना क्षेत्र के बदलपुर इलाके में हुई। सूरज कुमार का शव उसके घर में फंदे से लटका मिला। इस घटना से परिवार और इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतक के पिता दिलीप कुमार ने बताया कि उनका बेटा सूरज पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान था। वह पारिवारिक विवादों के कारण तनाव में था। घटना के दिन भी परिवार ने उसे समझाने की कोशिश की थी, लेकिन वह किसी से ज्यादा बात नहीं कर रहा था। रात में जब परिजन सो गए, तब उसने आत्महत्या कर ली। सुबह जब घरवालों ने सूरज का शव फांसी के फंदे से लटका देखा, तो वे स्तब्ध रह गए। तुरंत उसे नीचे उतारा गया और इलाज के लिए गुरु गोविंद सिंह अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही खाजेकला थाना प्रभारी प्रभात रंजन सक्सेना अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घर की तलाशी ली लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। ऐसे में आत्महत्या के पीछे के सही कारणों का पता नहीं चल सका है। थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा लग रहा है। हालांकि, अब तक मृतक के परिवार की ओर से कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। पुलिस ने बताया कि अगर परिवार आवेदन देता है, तो आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह घटना केवल एक व्यक्ति की त्रासदी नहीं है, बल्कि समाज के लिए एक गंभीर मुद्दा है। पिछले कुछ वर्षों में तनाव, पारिवारिक कलह और आर्थिक समस्याओं के कारण आत्महत्या के मामलों में वृद्धि हुई है। खासकर युवा वर्ग मानसिक दबाव को झेलने में कठिनाई महसूस कर रहा है। ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए परिवार और समाज को एक साथ आकर मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए परिवार के सदस्यों को एक-दूसरे के साथ खुलकर बातचीत करनी चाहिए। मानसिक तनाव महसूस करने वाले व्यक्ति को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए, बल्कि उसकी समस्याओं को समझने और समाधान निकालने की कोशिश करनी चाहिए। मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सहायता लेना भी एक अच्छा उपाय हो सकता है। सरकार और सामाजिक संगठनों को भी इस दिशा में जागरूकता फैलानी चाहिए ताकि लोग तनाव से बाहर निकलने के लिए उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें। सूरज कुमार की आत्महत्या एक दुखद और विचारणीय घटना है। यह हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे पारिवारिक विवाद और मानसिक तनाव किसी व्यक्ति को इस हद तक तोड़ सकते हैं कि वह अपनी जीवनलीला समाप्त करने का निर्णय ले लेता है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण यह है कि समाज ऐसे हालातों को रोकने के लिए मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दे और लोगों को भावनात्मक सहारा प्रदान करे।
