राज्य के सरकारी स्कूलों में जल्द होगी 6421 विद्यालय सहायकों की नियुक्ति, विभाग ने शुरू की प्रक्रिया
पटना। बिहार के युवाओं के लिए सरकारी नौकरी के अवसरों में एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। राज्य के सरकारी स्कूलों में 6,421 विद्यालय सहायकों की नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं और अब यह प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है। शिक्षा विभाग ने राज्यभर के सरकारी स्कूलों में खाली पड़े पदों की जानकारी महालेखाकार को भेज दी है, जिससे यह साफ हो गया है कि बहाली की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी। इस बहाली के तहत उच्च माध्यमिक सरकारी स्कूलों में सहायकों के पद भरे जाएंगे। राज्य के सरकारी और प्रोजेक्ट स्कूलों में लिपिक और अनुसेवक के मरणशील पदों को प्रत्यर्पित करते हुए नए पद सृजित किए गए हैं। ये पद विशेष रूप से राजकीयकृत माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों के लिए होंगे, जिनमें विद्यालय सहायकों की नियुक्ति की जाएगी। इन सहायकों को प्रति माह 16,500 रुपए का नियत वेतन दिया जाएगा, साथ ही वार्षिक 500 रुपए की वेतन वृद्धि भी होगी। यह वेतन वृद्धि उनके सेवाकाल के प्रत्येक वर्ष में लागू होगी, जिससे उनके वेतन में सालाना सुधार हो सकेगा। शिक्षा विभाग ने यह भी जानकारी दी है कि विद्यालय सहायकों के पदों को चिन्हित कर राज्य के प्रत्येक जिले के लिए अलग-अलग संख्या में पद सृजित किए गए हैं। इसके तहत पटना में 210 विद्यालय सहायकों के पद सृजित किए गए हैं। वहीं, अन्य जिलों में भी इसी प्रकार से पदों का सृजन किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) द्वारा इन पदों को चिन्हित कर संबंधित नियोजन इकाइयों को जानकारी भेजी जाएगी, ताकि बहाली की प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जा सके। शिक्षा विभाग द्वारा इस निर्णय से न केवल राज्य के सरकारी स्कूलों में कर्मचारियों की कमी को दूर किया जाएगा, बल्कि राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। राज्य के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्कूलों की बढ़ती संख्या और छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सहायकों की नियुक्ति की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। ऐसे में यह बहाली शिक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत करेगी और छात्रों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने में सहायक होगी। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान चयनित उम्मीदवारों को विद्यालय सहायकों के पद पर नियुक्त किया जाएगा, जो स्कूलों के प्रशासनिक कार्यों में सहायक की भूमिका निभाएंगे। इनके जिम्मे स्कूलों के विभिन्न दस्तावेजी कार्य, छात्रों से संबंधित रिकॉर्ड, परीक्षा संबंधी कार्य और अन्य प्रशासनिक जिम्मेदारियां होंगी। यह पद न केवल स्कूलों के लिए आवश्यक है, बल्कि स्कूलों के बेहतर संचालन और सुचारू प्रशासन के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। बिहार सरकार द्वारा इस कदम से राज्य के शिक्षा तंत्र में सुधार की दिशा में एक बड़ा प्रयास किया जा रहा है। विद्यालय सहायकों की नियुक्ति से सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार होने की संभावना है। यह बहाली प्रक्रिया राज्य के युवाओं को सरकारी नौकरी के अच्छे अवसर प्रदान करेगी और उनके भविष्य को संवारने में मददगार साबित होगी। राजधानी पटना में कुल 210 विद्यालय सहायकों के पद सृजित किए गए हैं जबकि नालंदा में 149, भोजपुर में 147, बक्सर में 88, रोहतास में 166, कैमूर में 121, गया में 258, जहानाबाद में 59, अरवल में 33 पदों का सृजन किया गया है। इसके अलावा नवादा में 142, औरंगाबाद में 140, मुजफ्फरपुर में 305, सीतामढ़ी में 184, शिवहर में 44, वैशाली में 232, पू.चंपारण में 341, प.चंपारण में 277, सारण में 240, सीवान में 226, गोपालगंज में 158, दरभंगा में 268, मधुबनी में 296, समस्तीपुर में 318, सहरसा में 121, सुपौल में 144, मधेपुरा में 131, पूर्णिया में 208, अररिया में 186, किशनगंज में 117, कटिहार में 202, भागलपुर में 174, बांका में 130, मुंगेर में 65, शेखपुरा में 36, लखीसराय में 75, जमुई में 130, खगड़िया में 96 और बेगूसराय में 177 विद्यालय सहायकों के पद सृजित किए गए हैं।