RJD के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को फिर हुई 10 वर्षों की सजा  : विधायक की हो चुकी है समाप्त, मुश्किलें बढ़ी

पटना।  राजधानी से बड़ी खबर आ रही है।  बाहुबली अनंत सिंह पर फिर न्यायालय की गाज गिरी है। हाल ही में पैतृक घर से हैंड ग्रेनेड व एके-47 की बरामदी मामले में 10 साल की सजा के बाद विधायकी चली गई थी। अब गुरुवार को विधायक रहते सरकारी आवास से इंसास राइफल की मैगजीन और विदेशी बुलेटप्रूफ जैकेट की बरामदगी के मामले में कोर्ट ने उन्‍हें 10 साल की सजा दी है। इस मामले में कोर्ट ने उन्हें पिछले सप्ताह ही दोषी करार दे दिया था। विदित हो कि पुलिस ने 24 जून 2015 को अनंत सिंह के माल रोड स्थित विधायक आवास की तलाशी ली थी। तलाशी के दौरान विधायक के आवास के पीछे झुरमुट मे इंसास राइफल की छह मैगजीन और आवास के पश्चिम में फोल्डिंग पर लकड़ी से दबा हुआ विदेशी बुलेटप्रूफ जैकेट बरामद हुआ था। उस वक्‍त अनंत सिंह जनता दल युनाइटेड के विधायक थे। यह मामला साल 2015 का है। उन दिनों बाढ़ में पुटुस यादव नामक एक युवक की हत्या के मामले में अनंत सिंह का नाम आया था। तब बिहार में मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्‍व में महागठबंधन की सरकार थी। अनंत सिंह तब सत्‍ताधारी जनता दल युनाइटेड के विधायक थे। उनके खिलाफ दर्ज एफआइआर के आधार पर तत्कालीन पटना एसएसपी विकास वैभव के नेतृत्व में उनके पटना स्थित सरकारी आवास की तलाशी ली गई थी। उसी तलाशी के क्रम में इंसास राइफल की छह खाली मैगजीन, बुलेटप्रूफ जैकेट सहित कई अन्य चीजें मिली थीं। उस मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। इसके पूर्व AK- 47 बरामदगी मामले में सजा होने के कारण मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की विधायकी समाप्त कर दी गई है हैं। उल्लेखनीय है कि विधायक के बाढ़ के नदवा स्थित आवास पर पुलिस ने वर्ष 2019 में छापेमारी की थी और एके-47 राइफल, हैंड ग्रेनेड और कारतूस बरामद होने का दावा किया था। बाढ़ की तात्‍कालीन एएसपी लि‍पि सिंह के नेतृत्‍व में 16 अगस्‍त को छापेमारी के दौरान पु‍लिस ने विधायक के पैतृक घर से अवैध हथियार बरामद करने का दावा किया था।

वही अब इसी मामले में कोर्ट ने उन्हें दोषी करार दिया है। इस मामले में विधायक समेत दो लोगों के खिलाफ सुनवाई की गई थी। अभियोजन ने अपना आरोप साबित करने के लिए अदालत में 13 गवाह पेश किया था। बचाव पक्ष की ओर से 34 गवाहों का बयान कलमबंद करवाया गया। दोनों ही मामलों की न्यायालय के द्वारा विधायक अनंत सिंह को सजा सुनाई गई है। अनंत सिंह मोकामा से वर्ष 2005 से विधायक हैं। अनंत सिंह ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के छत्रछाया में की थी। 2005 के दोनों चुनाव फरवरी तथा नवंबर एवं 2010 के विधानसभा चुनाव में अनंत सिंह जदयू के टिकट पर विधानसभा पहुंचे थे। 2015 के विधानसभा चुनाव के पूर्व राजद जदयू गठबंधन के चक्कर में पहली बलि जदयू ने अनंत सिंह की चढ़ाई जिसके चलते अनंत सिंह को निर्दलीय मैदान में उतरना पड़ा। 2015 के चुनाव में अनंत सिंह निर्दलीय विधानसभा पहुंचे थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में बाहुबली विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम सिंह महागठबंधन की ओर से मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में मैदान में उतरी थी। जहां उन्हें जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने परास्त किया था। 2020 के चुनाव में राजद के टिकट पर अनंत सिंह विधानसभा के लिए चुने गए अभी हाल ही में संपन्न विधान परिषद त्रिस्तरीय निकाय के चुनाव में अनंत सिंह के बेहद करीबी कार्तिक मास्टर पटना से राजद के टिकट पर चुनाव जीत गए थे।

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