मृगशिरा नक्षत्र में अक्षय तृतीया शुक्रवार को, मिट्टी के बर्तन की खरीदी सोना के बराबर

सुकर्मा योग में व्रत-दान से मिलेगा अक्षय पुण्य


पटना। सनातन धर्म में वैशाख मास को पुण्य मास माना गया है। कल वैशाख शुक्ल तृतीया 14 मई को अक्षय तृतीया पर ग्रह-गोचरों के युग्म संयोग में मनायी जाएगी। पूरे दिन मृगशिरा नक्षत्र के साथ सुकर्मा योग विद्यमान रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अक्षय तृतीया अबूझ मुहूर्त है तथा इस तिथि पर किया गया व्रत-दान आदि अक्षुण्ण रहता है। इस दिन स्वर्ण, धातु और अन्य शुभ वस्तुओं की खरीदारी का विशेष महत्व होता है। भविष्य पुराण के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन से ही सतयुग एवं त्रेता युग का आरंभ और महाभारत का अंत हुआ था। इसी दिन वृन्दावन स्थित बांके बिहारी के चरण दर्शन होते हैं। सृष्टि के निमार्ता बह्मा के पुत्र अक्षय कुमार का आविर्भाव भी इसी दिन हुआ था।
अक्षय पुण्य हेतु लक्ष्मी व नारायण की पूजा
भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद के सदस्य कर्मकांड विशेषज्ञ आचार्य राकेश झा ने बताया कि अक्षय तृतीया पर महिलाएं अपने सुहाग की रक्षा के लिए भगवान विष्णु-माता लक्ष्मी व गौरी की पूजा तथा व्रत रखती हैं। पूजा में भगवान विष्णु व लक्ष्मी को श्वेत कमल, सफेद फूल तथा कमलगट्टा अर्पण कर अक्षय पुण्य व वैभव की कामना करती हैं। इस तिथि पर किये गए सभी शुभ कार्य अक्षय रहते हैं और उनका शुभ फल ही मिलता है। इस दिन स्नान-दान, तप और जप करने से अक्षय पुण्य मिलता है। माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने लिए घरों में श्रीसूक्त या कनकधारा का पाठ शुभकर होगा। इस दिन सत्तू, जल, गुड़, भोजन सामग्री आदि का दान, बेजुबानों के लिए खाने-पीने की वस्तु दें। स्वर्ण या आभूषण की खरीदारी बेहद शुभ मानी गयी है। इससे घर में सुख-समृद्धि और लक्ष्मी का वास होता है, लेकिन लॉकडाउन के कारण इस सामग्री की खरीदारी का मानसिक संकल्प कर स्थिति सामान्य होने इसकी खरीदारी की जा सकती है।
मानसिक संकल्प व दान करने से भी मिलेगा पुण्य
पंडित झा के अनुसार इस वर्ष अक्षय तृतीया पर कोरोना महामारी के कारण मांगलिक आयोजन और सामूहिक कार्यक्रमों से बचते हुए घर में ही पूजा-पाठ, जाप, हवन आदि किया जाएगा। इस पर्व पर श्रद्धा अनुसार दान का संकल्प लेकर या दान दी जाने वाली सामग्री को निकालकर अलग रख लें और स्थिति समान हो जाने पर उन चीजों का दान करें। बृहस्पति संहिता ग्रंथ में यह उल्लेख है कि महामारी, प्राकृतिक आपदाओं और आपातकाल के दौरान मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए या आगे आने वाले शुभ मुहूर्त तक इन्हें टाल देना चाहिए।
अक्षय तृतीया पर मानसिक गंगा स्नान-दान पुण्यकारी
पंडित झा के मुताबिक अक्षय तृतीया पर पवित्र जल में स्नान करने एवं दान-पुण्य व व्रत करने की परंपरा है। इस तिथि पर स्वर्ण की खरीदारी तथा व्यापार आरंभ करने से कभी नाश नहीं होता है। लॉकडाउन के कारण श्रद्धालु इस दिन पवित्र नदियों में स्नान नहीं कर पाएंगे, इसीलिए घर में ही स्नान जल में गंगाजल मिलाकर मन में गंगा को स्मरण करते हुए स्नान करें। गरीबों और जरुरतमंदों को भोजन व अन्य जरूरत की सामग्री भेंट कर पुण्य का भागी बन सकते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी का आशीर्वाद और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने के कारण
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों के शुभ संयोग में, सर्वसिद्ध मुहूर्त या अबूझ मुहूर्त में स्वर्ण, मोती, रत्न आदि खरीदने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। अक्षय तृतीया के शुभ दिन सोना घर पर लाने से सोने के रूप में माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु हमारे गृहस्थ जीवन के आश्रम में हमेशा के लिए निवास करने लगते हैं। इसके अलावा सोने की तुलना सूर्य से की जाती है। अक्षय तृतीया पर सूरज देवता सबसे तेज चमकते हैं। सोना खरीदना शक्ति, शौर्य, प्रखरता और ताकत का प्रतीक माना गया है। सोने को हमेशा से बहुमूल्य धातु और धन-समृद्धि का प्रतीक समझा गया है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक भगवान कुबेर सभी देवताओं के खजांची हैं। अक्षय तृतीया के दिन भगवान शिव से प्रार्थना करने पर उन्हें बहुत सारा सोना मिलता था।
शुभता हेतु इन वस्तुओं की होगी खरीदारी
मिट्टी के बर्तन या दीप- मिट्टी की महत्ता सोने के बराबर है। अगर सोने की खरीदी न कर सके तो मिट्टी का कोई भी पात्र या मिट्टी का एक छोटा दीपक भी अक्षय तृतीया के दिन घर लाना शुभ होता है।
पीली सरसों- मुट्ठी भर पीली सरसों इस दिन घर लाने से मां लक्ष्मी का आशीष मिलता है।
कपास- अक्षय तृतीया पर कपास यानी रुई लाना शुभ माना गया है।
इसके अलावे हल्दी, कमलगट्टा, धनिया, कौरी की खरीदारी शुभ होता है।
अक्षय तृतीया में पूजन का शुभ मुहूर्त
पूजा का शुभ मुहूर्त – प्रात: 05:21 बजे से दिनभर
गुली काल मुहूर्त – सुबह 06:46 बजे से 08:26 बजे तक
अमृत योग- सुबह 08:26 बजे से 10:06 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 11:19 बजे से 12:13 बजे तक

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