पटना एम्स में लेजर प्रोक्टोलाॅजी लाइव वर्कशाॅप में सर्जनों ने सीखे नई तकनीक के गुर

फुलवारीशरीफ। पटना एम्स में नई तकनीक लेजर प्रोक्टोलाॅजी लाइव वर्कशाॅप का आयोजन किया गया। जिसमे बंगल के समेत राज्य के सर्जन शामिल हुये। एक दिवसीय कार्यशाला में नई तकनीक लेजर के माध्यम से सात सफल आपरेशन किया गया। इसकी जानकरी देते हुये जेनरल सर्जरी के ऐसोसिएट प्रो फेसर डा अनिल कुमार ने बताया कि आधुनिक (लेजर के माध्यम) के माध्यम से बवासीर, भकंदर , फिशर जैसी बिमारियों का ऑपरेशन किया गया। खास बात यह रही कि ऑपरेशन के दो घंटे बाद ही मरीज को अस्पताल से छुटटी दे दी गई। डा अनिल ने दावा किया कि भकंदर , फिशर, बवासीर के मरीजों का ओपन और स्टेपल के माध्यम से सर्जरी की जाती रही है। इससे मरीज को तीन से चार दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ता है। मगर इस तकनीक से मरीजों को कम खून और कम दर्द होगा। इस कार्यशाल से सर्जन को इस तकनीक से सिखने के लिए बहुत असान और सहज है। इस तकनीक से सात मरीजों का ऑपरेशन करते हुए टीम में मौजूद सभी डॉक्टरों ने लाइव देखा। इस दौरान उसकी प्रक्रिया की भी जानकारी ली। जिससे की वह भविष्य में भी इस तकनीक से इस बीमारी का लेजर के माध्यम से ऑपरेशन कर सके।

कोलकात से आये कल्याण के नेतृत्व में एम्स के सर्जन डा अनिल कुमार और डा मनोज कुमार डॉक्टरों की टीम ने भुकंदर , बवासीर , फिशर से ग्रस्त सात मरीजों को लाइव आपेरेशन किया गया। हो रेह लाईव आपरेशन के दौरान मौजुद सर्जन से डा कल्याण के से इस तकनीक के बारे में प्रश्न पूछे। इस दौरान एम्स सजर्री विभागध्यक्ष डा मनोज कुमार और ऐशोसिऐट प्रोफेसर डा प्रशांत कुमार सिहं ने सर्जनो को प्रश्न लिया और उचित उत्तर भी दिया। इस मौके पर डा अलोक अभीजीत, डा प्रेम कुमार , डा अतुल कुमार समेत अन्य सर्जन मौजूद थे।

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