महिला कांग्रेस ने किया ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के थीम पर देशव्यापी वीडियो प्रतियोगिता का ऐलान

पटना। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अमिता भूषण की अध्यक्षता में प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में राज्य भर से महिला अध्यक्ष और पदाधिकारी शामिल हुई। कार्यक्रम दो चरणों में संपन्न हुआ। पहले चरण में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बहुचर्चित नारे ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के थीम पर संगोष्ठी हुई तो दूसरे चरण में प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में संगठन की समीक्षात्मक बैठक हुई।
महिलाओं ने हर स्तर पर परचम लहराया
संगोष्ठी में अपना विचार रखते हुए श्रीमती भूषण ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की उपलब्धि, उनके संघर्ष और अधिकारों के प्रति सजगता का प्रतीक दिवस है। जहां आजादी के पूर्व कांग्रेस से जुड़ी महिलाओं ने स्वतंत्रता के संघर्ष में अविस्मरणीय भूमिका निभाई, वहीं आजादी के बाद महिलाओं ने राजनैतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपनी भागीदारी को व्यापक बनाते हुए हर स्तर पर अपना परचम लहराया। बाबजूद इसके आज भी राजनैतिक भागीदारी के स्तर पर महिलाओं के लिये बहुत कुछ किये जाने की आवश्यकता है।
‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ बनेगा देशव्यापी आंदोलन
कार्यक्रम की अगली कड़ी में प्रदेश पदाधिकारियो और महिला जिलाध्यक्षों की बैठक हुई जिसमें संगठन की समीक्षा के साथ-साथ ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के थीम पर एक वीडियो रिलीज कार्यक्रम हुआ। उक्त नारे को एक देशव्यापी आंदोलन का रूप देने के मकसद से महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से एक देशव्यापी वीडियो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है, जिसमें विभिन्न आयुवर्ग की महिलाएं वीडियो संदेश के माध्यम से अपने संघर्ष और सफलता की कहानी साझा करेंगी। विजेता महिलाओं के लिये पुरस्कार के रूप में स्कूटी, लैपटॉप और स्मार्ट फोन दिये जाने की घोषणा की गई।
ये रहीं मौजूद
कार्यक्रम में विधायिका प्रतिमा कुमारी दास, पूर्व विधायक भावना झा, डॉ. किरण, शरवत जहां फातमा, जया मिश्रा, अनोखा देवी, डॉ. अनीता, सुनीता साक्षी, मोनी पासवान, उर्मिला सिंह नीलू, संजू पांडेय, सुधा मिश्रा, अनामिका शर्मा, महिला जिला अध्यक्ष ईशा, निधि पाण्डेय, रुमा सिंह आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
