PATNA : अनुकंपा के आधार पर नियुक्त राजस्व कर्मचारियों को निम्नवर्गीय लिपिक बनाने का सरकारी फरमान का विरोध

फुलवारी शरीफ (अजीत)। बिहार राज्य भूमि सुधार कर्मचारी संघ ने बैठक कर बिहार सरकार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा अनुकंपा के आधार पर नियुक्त राजस्व कर्मचारियों को निम्नवर्गीय लिपिक पद परिवर्तन करने के आदेश को तर्कसंगत और न्याय संगत नहीं बताते हुए पुरजोर विरोध किया है। संघ के मुख्य संरक्षक चंद्र किशोर प्रसाद ने बताया कि नियमानुसार वर्षों से अनुकंपा के आधार पर नियुक्त राजस्व कर्मचारियों का पद निम्नवर्गीय पद पर परिवर्तन करने का न तो कोई नियमावली है, ना तो कोई नियम है और ना ही व्यावहारिक ही है। सरकार के इस आदेश से समूचे बिहार राज्य में करीब 700 राजस्व कर्मचारी प्रभावित होंगे। उन्होने कहा कि इससे राजस्व विभाग का क्षेत्रीय कार्य भी प्रभावित होगा, साथ ही राजस्व कर्मचारी से राजस्व अधिकारी के पद पर प्रोन्नति हेतु अहर्ता रखने वाले कर्मचारियों को बहुत बड़ी क्षति होगी। उन्होंने कहा कि सरकार के इस तुगलकी आदेश का संघ पुरजोर विरोध करता है और सरकार से मांग करता है कि असंवैधानिक और अव्यवहारिक आदेश को शीघ्र वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार यह आदेश वापस नहीं लेती है तो विवश होकर पूरे राज्य में राजस्व कर्मचारियों का बड़ा आंदोलन होगा। इससे सरकार को राजस्व वसूली में नुकसान के साथ ही हड़ताल का दंश भी झेलना पड़ सकता है। सरकार के इस तुगलकी फरमान के विरोध करने वालों में फुलवारी शरीफ, दानापुर और आसपास के कई अंचलों के राजस्व कर्मी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

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