पटना में ड्रग्स की हाई क्वालिटी वाली वेरायटी मॉर्फिन जब्त, तीन कारोबारी गिरफ्तार
फुलवारी शरीफ। राजधानी पटना के रामकृष्णा नगर थाना अंतर्गत खेमनीचक में किराए के एक मकान से नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की पटना जोन की टीम ने ड्रग्स की हाई क्वालिटी वाली वेरायटी मॉर्फिन की खेप को जब्त किया है। नशा कारोबार में संलिप्त गिरोह का नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम के साथ मिलकर पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस मामले में युवाओं को नशे का आदि बनाने के कारोबार में शामिल तीन धंधेबाजों को मिथिलेश सिंह के मकान से गिरफ्तार किया गया है। जहां से 710 ग्राम मॉर्फिन और इनके पास से दो पिस्टल और 4 गोली भी बरामद किया गया है।
रामकृष्णा नगर थानेदार राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि गिरफ्तार मॉर्फिन के कारोबारियों में कंकड़बाग थाना के तहत पोस्टल पार्क के बुद्ध नगर रोड नंबर-1 में रहने वाले सिद्धेश्वर प्रसाद के बेटे सन्नी कुमार, रोड नंबर 1ए के रहने वाले मुन्ना रविदास और चांदमारी रोड के सूर्या पथ गली के रहने वाले राजू प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है। इसमें सन्नी कुमार राजधानी का सबसे बड़ा ड्रग पैडलर है। एनसीबी पटना जोन के डायरेक्टर कुमार मनीष के अनुसार, मॉर्फिन की खेप को सन्नी ने ही मंगवाया था। पिछले तीन महीने से वो इस धंधे में है।
पुलिस के मुताबिक नारकोटिक्स ब्यूरो को मुखबिर से सूचना मिली थी कि राजधानी के खेमनीचक इलाके में नशा कारोबारियों का तगड़ा नेटवर्क फैला हुआ है। पूर्व में भी खेमनीचक, रामकृष्णा नगर और आसपास के इलाके जगनपुरा, इंद्रा नगर, जक्कनपुर, मीठापुर बस स्टैंड, पोस्टल पार्क आदि इलाके में नशे के धंधेबाज पकड़े जा चुके हैं। इन नशे के सौदागरों का मुख्य उद्देश्य शहरी युवाओं को नशे में डुबोना है ताकि नशे की तलब में ये अपने नेटवर्क में कई युवाओं को जोड़ अफीम की बिक्री जोर शोर से चलवाने में मददगार बनते रहे। नई-नई युवा पीढ़ी नशे के चक्कर में छोटे-मोटे आपराधिक वारदातों को अंजाम देने में भी जुट जाते हैं।
बता दें 250 ग्राफ मॉर्फिन बरामद होने पर कानूनी तौर पर कम से कम 10 साल की सजा का प्रावधान है। फिलहाल सन्नी से पूछताछ की जा रही है। उसके नेटवर्क और कनेक्शन को खंगाला जा रहा है। इसके नीचे में छोट-छोटे कितने ड्रग पैडलर्स काम कर रहे है? वो पटना के किन एरिया में एक्टिव रहते हैं? इस तरह की हर इनपुट का जुटाया जा रहा है।