पति-पत्नी के शासन में पर्यटक बिहार आने से डरते थे : अशोक चौधरी

पटना। राजगीर पुरानी वैभवशाली परंपरा और मगध साम्राज्य का ध्वजवाहक है। राजगीर को विकास के मुख्य पटल पर लाकर पुरानी परंपरा को नीतीश कुमार ने जीवंत किया है। उक्त बातें बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कही। डॉ. चौधरी गुरुवार को वर्चुअल सम्मेलन के अंतिम दिन हरनौत एवं बिहारशरीफ विधानसभा के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आज विपक्षी दल के लोग राजगीर में स्थापित योजनाओं पर सवाल उठा रहे हैं, उन लोगों को मगध साम्राज्य के इतिहास में राजगीर के महत्व की जानकारी नहीं है। सीएम नीतीश ने राजगीर में पुलिस प्रशिक्षण अकादमी, क्रिकेट स्टेडियम, अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर की स्थापना जैसे महत्वपूर्ण योजनाओं की स्थापना कर उस गौरवशाली परंपरा को पुनर्स्थापित किया है।
डॉ. चौधरी ने कहा कि 15 वर्षों के पति-पत्नी के शासन में पर्यटक बिहार आने में भयाक्रांत थे, वहीं बिहार आज विदेशी पर्यटक मामले में देश के दस प्रमुख राज्यों में शामिल है। पिछले वर्ष नालंदा में 10 लाख 87 हजार 971 विदेशी पर्यटक तथा 3 करोड़ 36 लाख 21 हजार 613 घरेलू पर्यटक पहुंचे! मंत्री ने पहली बार मताधिकार करने वाले युवा मतदाताओं को बिहार के अतीत से परिचित कराते हुए 1990 से 2005 के एक परिवार के शासन के दौरान राज्य में विकास अवरुद्ध होने, चरम पर भ्रष्टाचार, अशिक्षा, दरिद्रता एवं अराजकता की भर्त्सना की।
