पर्यावरण से संबंधित गतिविधियों में सभी का योगदान जरुरी, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में मना विश्व पर्यावरण दिवस
फुलवारी शरीफ। अपने आवश्यकताओं के पूर्ति के लिए मानव जाती ने पर्यावरण को बहुत क्षति पहुंचाई है और इसका दुष्प्रभाव दिख रहा है। पर्यावरण के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ी है, उक्त बातें बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने विश्व पर्यावरण दिवस पर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि मौसम परिवर्तन वैश्विक रूप में बड़ी समस्या बनकर उभरी है। पर्यावरण के लिए क्षेत्र, राज्य और देश की सीमाएं मायने नहीं रखती बल्कि यह समस्या सबके लिए है, जिसका समाधान एकजुटता दिखाने में है। पर्यावरण से संबंधित गतिविधियों में सभी का योगदान जरुरी है। उन्होंने आगे कहा कि पर्यावरण से जो छेड़छाड़ हो रही है और इससे उत्पन्न क्षति को हम किसी आंकड़े से नहीं माप सकते हैं।
बिहार सरकार द्वारा संचालित जल-जीवन-हरियाली योजना के बारे में उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत राज्य भर में बहुत ही बेहतरीन कार्य किये जा रहे हैं जिसका परिणाम दिख रहा है। जल श्रोतों का जीर्णोद्धार, नदी-नहर, तालाबों की स्वच्छता और राजव्यापी वृहद् वृक्षारोपण जैसे कार्यों का सुखद परिणाम अब दिखने लगा है। बिहार में ग्रीन फारेस्ट कवर में भी बढ़ोत्तरी देखा जा रही है। इस योजना की तारीफ पूरे देश भर में की जा रही है। ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से लोग पर्यावरण के प्रति सजग होते हैं, साथ ही वे प्रोत्साहित होते हैं। इस अवसर पर आॅनलाइन लेक्चर का भी आयोजन किया गया, जिसमें जूलॉजिकल सर्वे आॅफ इंडिया के भूतपूर्व निदेशक डॉ. के. वेंकटरमण ने जूम के जरिये विश्वविद्यालय के करीब 200 छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और पदाधिकारियों को संबोधित किया। अपने अभिभाषण में उन्होंने जैव विविधता के इतिहास के बारे में बताया और भविष्य में इकोसिस्टम में क्या परिवर्तन हो सकता है उसके बारे में बताया। उन्होंने भारत में फल, सब्जी, फूल, भारतीय मशाले, ड्राई फ्रूट और भी तमाम तरह के खाद्य पदार्थो में विविधता को समझाया साथ ही कई लुप्त होते प्रजातियों की जानकारी दी। भारत में लुप्त खाद्य सामग्रियों पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने बताया कि हमने पिछले कई दशकों में भारतीय खाद्य किस्मों के आधे से अधिक को खो दिया है। लेक्चर को विश्वविद्यालय के फेसबुक और यूट्यूब चैनल में लाइव भी किया गया।


