November 12, 2025

पीएमसीएच में गंभीर रोगों के मरीजों को मिलेगी राहत, इंडोर वार्ड की शुरुआत, 30 बेड रहेंगे रिजर्व

पटना। पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) बिहार का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है, जहां प्रतिदिन हजारों मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। अब गंभीर ईएनटी (नाक, कान और गला) रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। पीएमसीएच ने अपने विश्वस्तरीय अस्पताल भवन के पहले चरण में आधुनिक सुविधाओं से लैस ईएनटी विभाग के 30 बेड वाले इंडोर वार्ड की शुरुआत की है। इससे अब गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को बेहतर उपचार और सुविधाएं एक ही स्थान पर मिल सकेंगी।
आधुनिक भवन में ईएनटी वार्ड की शुरुआत
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आई.एस. ठाकुर की देखरेख में इस नए इंडोर वार्ड का उद्घाटन किया गया। उन्होंने बताया कि यह वार्ड नवनिर्मित भवन के पहले चरण का हिस्सा है, जिसमें अत्याधुनिक उपकरण और तकनीकी सुविधाएं मौजूद हैं। पहले दिन इस वार्ड में सात से अधिक मरीजों को भर्ती किया गया, जिनका इलाज विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में शुरू किया गया। पहले ईएनटी विभाग का वार्ड अधीक्षक कार्यालय के सामने स्थित पुराने भवन में संचालित होता था। वहां जगह की कमी और सीमित संसाधनों के कारण मरीजों को कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। नए भवन में स्थानांतरित होने के बाद यह समस्या काफी हद तक दूर हो गई है।
किन मरीजों को मिलेगा लाभ
डॉ. ठाकुर ने बताया कि इस नए इंडोर वार्ड में मुख्य रूप से गले में गिलटी, टेढ़ी नाक (डेविएटेड नोज), कान के पर्दे में छेद, कान से बहाव और अन्य जटिल ईएनटी रोगों से ग्रसित मरीजों को भर्ती किया जाएगा। यहां भर्ती मरीजों को सर्जरी और पोस्ट-ऑपरेटिव केयर की आधुनिक सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, गंभीर संक्रमण वाले मरीजों के लिए भी अलग बेड आरक्षित किए गए हैं ताकि संक्रमण का प्रसार न हो।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस वार्ड
नया ईएनटी वार्ड पूरी तरह एयर-कंडीशंड है और इसमें अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण लगाए गए हैं। मरीजों की सुविधा के लिए प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन पाइपलाइन, मॉनिटरिंग सिस्टम और कॉल बेल की सुविधा दी गई है। वार्ड में प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ और चिकित्सकों की 24 घंटे की उपस्थिति सुनिश्चित की गई है। अस्पताल का लक्ष्य विश्वस्तरीय चिकित्सा सेवाएं देना है। इस वार्ड की शुरुआत उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले महीनों में अस्पताल के अन्य विभागों को भी नए भवन में स्थानांतरित किया जाएगा, जिससे मरीजों को सभी सुविधाएं एक ही परिसर में मिल सकेंगी।
पहले से शुरू हुई अन्य नई सुविधाएं
पीएमसीएच में पिछले महीने ही 270 बेड वाले मेडिसिन इंडोर वार्ड की शुरुआत की गई थी। यह वार्ड नए भवन के दूसरे और चौथे फ्लोर पर संचालित है। इसके अलावा 40 बेड वाले स्किन रोग विभाग का इंडोर वार्ड भी शुरू किया जा चुका है, जिससे त्वचा संबंधी गंभीर बीमारियों का आधुनिक इलाज अब यहीं संभव है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, इन नई सुविधाओं के साथ 200 गाड़ियों की पार्किंग क्षमता वाला नया पार्किंग क्षेत्र भी बनाया गया है। वहीं मेडिसिन, गायनी (स्त्री रोग) और शिशु रोग विभाग के फैकल्टी डॉक्टरों के लिए अत्याधुनिक लेक्चर हॉल का निर्माण भी पूरा हो चुका है।
मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच नई व्यवस्था
पीएमसीएच बिहार का सबसे व्यस्त अस्पताल माना जाता है, जहां प्रतिदिन लगभग 10,000 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं। ऐसे में विभागवार इंडोर वार्ड की नई शुरुआत से मरीजों के इलाज की प्रक्रिया अधिक सुव्यवस्थित हो जाएगी। पहले मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ता था या उन्हें निजी अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ता था, लेकिन अब ईएनटी समेत अन्य विभागों में भी तत्काल भर्ती और उपचार की सुविधा मिल सकेगी।
अस्पताल प्रशासन का लक्ष्य
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. ठाकुर ने कहा कि पीएमसीएच को बिहार का पहला “विश्वस्तरीय मल्टी-सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल” बनाने का लक्ष्य रखा गया है। अस्पताल के नए भवन में सभी वार्ड आधुनिक तकनीक से सुसज्जित हैं। हर वार्ड में वेंटिलेशन, ऑक्सीजन सपोर्ट, डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम और आपातकालीन चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभागों के लिए भी नए वार्ड खोले जाएंगे।
मरीजों और परिजनों की प्रतिक्रिया
नए ईएनटी वार्ड के उद्घाटन के बाद मरीजों और उनके परिजनों में खुशी का माहौल है। पुराने भवन में भीड़ और असुविधा के कारण कई बार मरीजों को कठिनाई होती थी, लेकिन अब उन्हें साफ-सुथरा और सुविधाजनक वातावरण मिल रहा है। भर्ती हुए मरीजों ने बताया कि नए वार्ड में व्यवस्था पहले से कहीं बेहतर है, और डॉक्टर भी लगातार मरीजों की स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
बिहार के स्वास्थ्य ढांचे में सुधार की दिशा
पीएमसीएच में हो रहे ये बदलाव बिहार के स्वास्थ्य ढांचे में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम माने जा रहे हैं। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि मरीजों को इलाज के लिए बाहर न जाना पड़े और उन्हें प्रदेश में ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। ईएनटी वार्ड की शुरुआत इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो चिकित्सा सेवाओं के स्तर को नई ऊँचाई देगी। पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ईएनटी विभाग का नया इंडोर वार्ड शुरू होना गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए बड़ी राहत है। आधुनिक तकनीक, बेहतर संरचना और विशेषज्ञ चिकित्सा टीम की मौजूदगी से अब मरीजों को विश्वस्तरीय इलाज का अनुभव मिलेगा। यह पहल न केवल पीएमसीएच की क्षमता को बढ़ाएगी, बल्कि बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र में भी नई उम्मीद जगाएगी। आने वाले समय में जब अन्य विभागों के वार्ड भी इसी तरह शुरू होंगे, तो पीएमसीएच पूरे पूर्वी भारत का प्रमुख चिकित्सा केंद्र बन सकता है।

You may have missed