November 12, 2025

वर्ल्ड कप विजेता महिला टीम के लिए बीसीसीआई ने खोला खजाना, खिलाड़ियों को 51 करोड रुपए देने का ऐलान

नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने आईसीसी वुमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम कर लिया। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में यह उपलब्धि सिर्फ क्रिकेट जीत नहीं, बल्कि भारतीय महिला खेल इतिहास का एक गौरवशाली अध्याय है। फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 52 रनों से पराजित किया और पूरे देश को जश्न मनाने का अवसर दिया। खिताब जीतने के बाद भारतीय खिलाड़ियों के लिए खुशियों की बारिश लगातार जारी है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अपनी ओर से विजेता टीम को बड़ी पुरस्कार राशि दी, लेकिन भारत में महिला क्रिकेट के विकास को और प्रोत्साहित करने के लिए बीसीसीआई ने इससे भी अधिक रकम देने की घोषणा की है।
टीम इंडिया की जीत और आईसीसी की प्राइज मनी
वर्ल्ड कप फाइनल मैच बेहद रोमांचक रहा। भारतीय बल्लेबाजों ने संयम और आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए एक मजबूत स्कोर खड़ा किया। गेंदबाजों ने भी अपनी लय और रणनीति से साउथ अफ्रीका की टीम को दबाव में रखा, जिसका नतीजा भारत की ऐतिहासिक जीत के रूप में सामने आया। आईसीसी ने वर्ल्ड कप 2025 की विजेता टीम के लिए लगभग 4.48 मिलियन डॉलर यानी करीब 39.78 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि निर्धारित की थी। यह रकम टीम इंडिया को आधिकारिक रूप से प्रदान की जाएगी, जो महिला क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर मिलने वाली बढ़ती पहचान और सम्मान का संकेत है।
बीसीसीआई की ओर से 51 करोड़ के नकद पुरस्कार की घोषणा
आईसीसी की प्राइज मनी के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के लिए 51 करोड़ रुपये की बड़ी पुरस्कार राशि देने की घोषणा कर दी। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने कहा कि यह जीत न केवल क्रिकेट की जीत है, बल्कि यह महिला खिलाड़ियों की दृढ़ इच्छाशक्ति, मेहनत और संघर्षजन्य सफर की भी जीत है। उन्होंने कहा कि 1983 में जब कपिल देव की कप्तानी में भारत ने पुरुष वर्ल्ड कप जीता था, तब क्रिकेट के एक नए युग की शुरुआत हुई थी। ठीक उसी तरह, इस जीत ने महिला क्रिकेट के एक नए युग का द्वार खोल दिया है। देशभर की युवा लड़कियां आज क्रिकेट मैदान में अपने सपने पूरे करने का साहस ले रही हैं।
महिला क्रिकेट में बदलाव और प्रोत्साहन
पिछले कुछ वर्षों में बीसीसीआई ने महिला क्रिकेट के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। वेतन समानता इसकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। पुरुष और महिला क्रिकेटरों के लिए मैच फीस को समान किए जाने से खेल के क्षेत्र में लैंगिक समानता को मजबूत आधार मिला है। साथ ही, हाल ही में आईसीसी अध्यक्ष जय शाह द्वारा महिलाओं की पुरस्कार राशि में 300 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा भी इस दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। पहले महिलाओं के टूर्नामेंट की कुल प्राइज मनी 2.88 मिलियन डॉलर थी, जिसे बढ़ाकर 14 मिलियन डॉलर कर दिया गया है। इससे यह स्पष्ट है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महिला क्रिकेट अब केवल दर्शक समर्थन पर नहीं, बल्कि आर्थिक और संस्थागत मजबूती पर भी आगे बढ़ रही है।
टीम इंडिया की जीत का व्यापक प्रभाव
हरमनप्रीत कौर और उनकी टीम ने न केवल ट्रॉफी जीती, बल्कि देश के करोड़ों दिलों में गर्व और प्रेरणा का संचार किया। यह जीत उन लड़कियों के लिए एक संदेश है जो खेल को करियर के रूप में अपनाना चाहती हैं। भारत में क्रिकेट को हमेशा बड़ी पहचान मिली है, लेकिन अब यह पहचान पुरुष और महिला दोनों टीमों में बराबरी से महसूस की जा रही है। यह जीत महिला क्रिकेट की नई पीढ़ी के लिए एक मजबूत नींव बनकर उभरी है। इससे मैच देखने, खेलने और महिला क्रिकेट को समर्थन देने वालों की संख्या में भी वृद्धि होने की संभावना है। वर्ल्ड कप जीतकर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दुनिया को अपनी ताकत दिखाई है। बीसीसीआई द्वारा घोषित 51 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि न सिर्फ सम्मान है, बल्कि उन खिलाड़ियों के संघर्ष, मेहनत और समर्पण की पहचान भी है। यह कदम भारतीय महिला क्रिकेट को और सशक्त बनाएगा और आने वाले वर्षों में और भी बड़ी उपलब्धियों के द्वार खोलेगा।

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