पटना में फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी से मारपीट, किस्त मांगने पर भड़के लोग, लाठी-डंडे से किया हमला

पटना। बिहार की राजधानी पटना से सटे बाढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत पछियारी मलाही गांव में फाइनेंस कंपनी के एक कर्मचारी के साथ मारपीट की सनसनीखेज घटना सामने आई है। किस्त वसूली के सिलसिले में गांव पहुंचे कर्मचारी पर कुछ लोगों ने न सिर्फ जानलेवा हमला किया, बल्कि लाठी-डंडे और हथियार के बट से उसे बुरी तरह घायल कर दिया। इस घटना ने ग्रामीण क्षेत्र में फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना सोमवार को उस समय घटी जब महिंद्रा फाइनेंस कंपनी में कार्यरत शुभम मिश्रा पछियारी मलाही गांव में एक ग्राहक से बकाया किस्त की वसूली करने पहुंचे थे। शुभम, औरंगाबाद जिले के निवासी हैं और बीते दो माह से बाढ़ शाखा में कार्यरत हैं। उन्हें कंपनी की ओर से स्कॉर्पियो वाहन की फाइनेंसिंग से जुड़ी बकाया राशि वसूलने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
किस्त मांगना पड़ा भारी
जानकारी के अनुसार, शुभम मिश्रा जिस ग्राहक से किस्त वसूलने पहुंचे, उनका नाम जितेंद्र कुमार सिंह है। जितेंद्र ने स्कॉर्पियो की कुल पांच वर्ष की किस्तों में से अब तक केवल 14 किस्तें ही जमा की थीं। जब शुभम बकाया राशि की मांग करने उनके घर पहुंचे, तो पहले तो थोड़ी देर तक बहस हुई, लेकिन अचानक माहौल हिंसक हो गया। आरोप है कि जितेंद्र के परिजन, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल थीं, ने मिलकर लाठी-डंडों से शुभम पर हमला बोल दिया। शुभम के सिर पर लाठी और पिस्टल के बट से वार किया गया, जिससे उनका हेलमेट टूट गया और मोबाइल फोन भी क्षतिग्रस्त हो गया। सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण वह मौके पर ही बेहोश हो गए। बताया गया कि बेहोश होने के बावजूद हमलावरों ने उन पर मारपीट जारी रखी।
ग्रामीणों की मदद से बची जान
घटना के बाद दो स्थानीय ग्रामीणों ने किसी तरह बीच-बचाव कर शुभम को वहां से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। अनुमंडलीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद पीड़ित ने बाढ़ थाना में पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस ने शुरू की जांच
थानाध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़ित की ओर से लिखित आवेदन प्राप्त हो चुका है। प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कानून अपने हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
जान से मारने की धमकी का आरोप
शुभम मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया कि थाने में शिकायत देने के बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
कर्मचारी संगठनों में आक्रोश
इस घटना को लेकर क्षेत्रीय स्तर पर फाइनेंस कर्मचारियों में आक्रोश है। उनका कहना है कि ग्रामीण इलाकों में कार्यरत फील्ड स्टाफ की सुरक्षा की जिम्मेदारी कंपनी के साथ-साथ प्रशासन की भी है। अगर इस तरह की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो भविष्य में ऐसे कर्मचारी किस्त वसूली का काम करने से हिचकेंगे। फिलहाल बाढ़ थाना पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

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