December 7, 2025

मोतिहारी में स्कॉर्पियो से 124 किलो गांजा बरामद, 2 तस्कर गिरफ्तार

मोतिहारी। बिहार के मोतिहारी में पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करों के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। नेपाल से आ रहे गांजे की एक बड़ी खेप को सीमा पर पकड़ा गया है, जिससे इस क्षेत्र में चल रही तस्करी गतिविधियों पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित हुआ है। यह कार्रवाई उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस की सतर्कता और कुशलता का परिणाम है।
गुप्त सूचना से मिली सफलता
मोतिहारी के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात को सूचना मिली थी कि नेपाल से भारी मात्रा में मादक पदार्थ मोतिहारी के रास्ते देश के अन्य हिस्सों में भेजे जा रहे हैं। इस सूचना के आधार पर उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए उत्पाद थाना और चिरैया थाना की संयुक्त टीम गठित की। दोनों थानों की पुलिस ने साझा रणनीति बनाकर संदिग्ध वाहनों की जांच शुरू की।
वाहन चेकिंग के दौरान मिली खेप
संयुक्त पुलिस टीम ने मोतिहारी के चिरैया क्षेत्र में विशेष वाहन चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान एक स्कॉर्पियो वाहन को रोका गया, लेकिन वाहन चालक पुलिस को देखकर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर वाहन को रोक लिया और उसकी तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान स्कॉर्पियो से कुल 124 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ, जिसकी कीमत लगभग 40 लाख रुपये आंकी जा रही है।
गिरफ्तार हुए दो तस्कर
गांजा के साथ पकड़े गए दो आरोपियों की पहचान छोड़ादानों थाना क्षेत्र के पन्नालाल कुमार और संग्रामपुर थाना क्षेत्र के राजेश कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने कुछ अहम जानकारियां दीं, जिससे इस गिरोह के काम करने के तरीकों का पता चला है।
गिरोह के मास्टरमाइंड की पहचान
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि इस मामले में गिरोह के दो मुख्य सरगना—संजय यादव और मुकेश यादव—की पहचान कर ली गई है। इन दोनों के खिलाफ एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंसेज) एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं।
बॉर्डर क्षेत्र में तस्करी की चुनौती
नेपाल सीमा से सटे बिहार के कई जिलों में मादक पदार्थों की तस्करी बड़ी चुनौती बन चुकी है। सीमावर्ती इलाकों का खुलेआम उपयोग तस्करों द्वारा किया जा रहा है। यह मामला न केवल स्थानीय पुलिस के लिए बल्कि सीमा सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी सतर्कता का संकेत है। ऐसी घटनाएं यह भी दर्शाती हैं कि सीमावर्ती जिलों में निगरानी और गश्ती को और अधिक सख्त किए जाने की आवश्यकता है।
पुलिस का दावा: जल्द ही नेटवर्क होगा ध्वस्त
पुलिस अधीक्षक ने भरोसा जताया है कि तस्करी के इस नेटवर्क को जल्द ही पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया जाएगा। गिरफ्तार आरोपियों से मिली जानकारियों के आधार पर आगे की छापेमारी और गिरफ्तारी की कार्रवाई की जा रही है। यह कार्रवाई न केवल तस्करी को रोकने में मदद करेगी, बल्कि आम लोगों के बीच विश्वास भी बढ़ाएगी कि कानून व्यवस्था सही दिशा में काम कर रही है।

You may have missed