छपरा जहरीली शराबकांड में अबतक 9 लोगों की मौत : 14 की आंखों की रोशनी गई, 37 लोगों की हालत गंभीर
पटना। बिहार के छपरा में बुधवार रात से शुरू हुआ मौतों का सिलसिला शुक्रवार को जारी रहा। तीन दिन में 9 लोगों की मौत हो गई। 37 लोगों की हालत गंभीर हैं, उन्हें छपरा से लेकर पटना तक के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इसमें से 14 लोगों की आंख की रोशनी चली गई है। वही बताया जा रहा हैं की 4 की मौत पहले हुई थी। जबकि 2 की रास्ते में पटना के पीएमसीएच लाते वक्त हो गई थी वहीं, एक की मौत पीएमसीएच में हुई है। एक जांच रिपोर्ट के मुताबिक बीमार लोगों में मेथनॉल पॉइजन पाये जाने की जानकारी मिल रही है। अभी इस मामले में आधिकारिक बयान आना बाकी है। लोगों की गंभीर हालत को देखते हुए छपरा और पटना रेफर किया गया है। इस दौरान 4 लोगों की मौत छपरा में ही हो गई। स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि 2 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई थी। तबीयत बिगड़ने लगी तो परिजन अस्पतालों की ओर भागे। वही छपरा सदर अस्पताल पहुंचे तो कुछ लोगों को पटना के पीएमसीएच रेफर किया गया है। इस संबध में सारण के डीएम ने बताया कि कुछ लोगों ने जहरीला पदार्थ पिया था। जिसके चलते कई लोग बीमार हो गए। सबका इलाज चल रहा है। दो लोगों के मौत जहरीला पदार्थ पीने से हुई है। मेडिकल टीम को फुलवरिया गांव में भेजकर जांच करवा रहे हैं। अब तक पीएमसीएच में इलाज के दौरान तीन की मौत हुई है। इसमें अबतक 7 लोगों की जान चली गयी है।
घटना के संबंध में बताया जा रहा कि मकेर थाना क्षेत्र के भाथा नोनिया टोली के दर्जनों लोगों ने एक साथ बुधवार के रात और गुरुवार के सुबह देसी शराब पी थी। सभी लोगों की तबीयत बिगड़ गई। स्वास्थ्य विभाग कैंप लगाकर गांव के लोगों का इलाज किया। गंभीर हालत वाले मरीजों को इलाज छपरा सदर अस्पताल, पटना मेडिकल कॉलेज (पीएमसीएच) और निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान नौ लोगों की मौत हो गई। अस्पताल में पीड़ितों ने बताया कि गांव में पूजा थी। पूजा के बाद देसी शराब मंगाई थी। यहीं से शराब पीने के लिए बंटी थी।