छपरा में थम नहीं रहा मौत का सिलसिला; शराबकांड में अबतक 53 की मौत, जांच के लिए SIT गठित

पटना। बिहार के सारण में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 53 हो गई है। पुलिस ने गुरुवार को कहा कि आधिकारिक तौर पर सारण में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 53 हो गई है। जबकि अभी भी कई लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है तो मौत की संख्या अभी और बढ़ सकती है। पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आईएस ठाकुर ने कहा कि अस्पताल में भर्ती 11 रेफर मरीजों में से चार की गुरुवार शाम तक मौत हो गई थी। फिलहाल “दो मेडिकल आईसीयू में भर्ती हैं, चार सामान्य वार्ड में हैं। वहीं इस मामले में दो पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मढ़ौरा के एसडीपीओ योगेंद्र कुमार की अनुशंसा पर मशरक थाना प्रभारी रितेश मिश्रा व सिपाही विकेश तिवारी को निलंबित कर दिया गया है।
शराबकांड की जांच के लिए SIT गठित, सोनपुर के ASP करेंगे लीड
बिहार के सारण में जहरीली शराब से हुई 45 मौतों की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। जिसका नेतृत्व सोनपुर के अपर पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार करेंगे। इनके अलावा 31 पुलिस पदाधिकारी और तीन डीएसपी को टीम में शामिल किया गया है। एसपी संतोष कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि पूरे प्रकरण की जांच के बाद जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। एसपी ने मशरक थाना अध्यक्ष रितेश मिश्रा और हलका चौकीदार विकेश तिवारी को कर्तव्यहीनता के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया है। एसपी ने बताया कि जांच के बाद अगर अन्य पुलिस पदाधिकारी भी दोषी पाए जाएंगे तो उनके भी खिलाफ कार्रवाई तय है। पदाधिकारी और चौकीदार ने सूचना संकलन करने में घोर लापरवाही की है। इन लोगों पर विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है। इधर डीएम ने मढौरा डीएसपी इंद्रजीत बैठा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने और तबादले की विभाग से अनुशंसा की है। इस बीच, मशरक, मढौरा, इसुआपुर, अमनौर व आसपास के थाना क्षेत्रों में शराब धंधेबाजों के खिलाफ लगातार छापेमारी चल रही है। शराब का कारोबार करने वाले 123 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।

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