सोन नदी में नए जुगाड़ से हो रही बालू की अवैध चोरी, बालू स्टॉक कर किया जा रहा बड़ा कारोबार

मोनु कुमार मिश्रा, बिहटा। पटना और भोजपुर ज़िला के सीमा पर स्थित सोन नदी में काफ़ी तेज़ी से अवैध बालू चोरी का धंधा फल फ़ुल रहा है। बालू की चोरी का करने का नया ट्रेंड सामने आया है। रात का अंधेरा छोड़िए दिन के उजाले में भी रेत का काला कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है।प्रतिदिन सुबह से शाम तक अवैध बालू खनन का खेल चलता रहता है। बदलते समय के साथ अब बालू के काले कारोबार करने का तरीका भी बदल गया है। वही इस बालू की तस्करी में नाबालिग बच्चे भी बोरा में बालू भरने और साइकिल से धोने में काम में लगे हैं। बालू चोरी में साइकिल, बाइक प्रयुक्त कर सरकार के राजस्व को चूना लगाया जा रहा है। सोन नदी में बच्चों से लेकर महिला-पुरुष द्वारा बालू को बोरा में डालकर बाइक, साइकिल, जुगाड़ गाड़ी के सहारे ध मुख्य मार्ग पर रोड किनारे कई जगहों पर स्टॉक किया जाता है। जहां से उस बालू को ट्रैक्टर,हाईवा और ट्रक से बाहर भेजा जाता है। ऐसे में खनन माफियाओं के नेटवर्क के आगे प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। माफियाओं द्वारा नियम को ताक पर रखकर नाबालिग बच्चे, महिला व गरीब पुरुषों के सहारे इस तरह के नए खनन का धंधा फल फ़ुल रहा है।इस तरह से माफिया बालू को बेच कर मालामाल हो रहे हैं। वही नए कोईलवर पुल से आने जाने वाले राहगीर भी इस नए तरीक़े से किए जा रहे बालू की चोरी को देख कर दंग हैं। आपको बता दें की सोन नदी में फ़िलहाल पानी नही है। इस लिए बालू माफिया आराम से बालू बोरा में भर भर के साइकिल और मोटरसाइकिल के माध्यम से पहले स्टॉक किया जा रहा है फिर बड़े वाहनों से इसका कारोबार हो रहा है। वही खुलियाम हो रहे इस चोरी पर ना तो भोजपुर या पटना प्रसासन कोई करवाई नही कर रही है और वही स्थानीय ग्रामीणों की माने तो बालू चोरी में लगे माफियाओं की स्थानीय पुलिस से सेटिंग होती है। वही जब इस संबंध में फोन से माइनिंग के अधिकारी से इस बाबत कई बार कॉल करके बात करना चाहा लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

About Post Author

You may have missed