पटना में सत्यापन के लिए नही पहुंचे 400 से अधिक नियोजित शिक्षक, 1205 अभ्यर्थियों की जांच होगी डिग्री

पटना। शिक्षा विभाग के बुलाने के बाद भी राज्य के विभिन्न जिलों के 400 से अधिक नियोजित शिक्षक सत्यापन कार्य कराने के लिए नहीं पहुंचे। इन सब की जिलावार सूची तैयार की जा रही है। जल्द ही संबंधित जिलों को यह सूची भेजकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जिलों के स्तर पर पूरे मामले की जांच होगी कि किन कारणों से ये शिक्षक नहीं पहुंचे। इसके बाद जिलों की रिपोर्ट के आधार पर विभाग आगे का निर्णय लेगा। मालूम हो कि सक्षमता परीक्षा के आवेदन में राज्य में 1205 नियोजित शिक्षक ऐसे मिले थे, जिनका बीटेट, सीटेट अथवा एसटेट का रौल नंबर एक से अधिक का समान था। इन सभी नियोजित शिक्षकों को जांच के घेरे में लेते हुए विभाग ने चरणबद्ध तरीके से मुख्यालय में बुलाया गया था। विभाग में बने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में एक-एक कर सभी शिक्षकों का सत्यापन किया गया है। यह कार्य विभाग में 10 मार्च से 23 मार्च तक चला। लेकिन, इस दौरान 400 से अधिक शिक्षक विभाग में सत्यापन कार्य के लिए पहुंचे ही नहीं। वहीं, जो शिक्षक पहुंचे हैं, उनके सत्यापन की रिपोर्ट संबंधित कमेटी ने विभाग को सौंप दी है। रिपोर्ट जिलों को जल्द ही भेजी जाएगी,जिसका अध्ययन किया जा रहा है। कक्षा एक से पांच तक के एक लाख 48 हजार 845 शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा दी थी। बिहार शिक्षक सक्षमता परीक्षा का रिजल्ट 29 मार्च 2024 को जारी किया गया था। इनमें एक लाख 39 हजार दस उत्तीर्ण हुए थे। वहीं, कक्षा छह से आठ के 23 हजार 873 शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा दी थी, जिनमें 22 हजार 941 उत्तीर्ण हुए हैं। विभाग ने पहले ही साफ किया है कि हर नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण होने के लिए पांच मौके दिये जाएंगे। परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद स्कूल में योगदान की तिथि से नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाएगा। बिहार बोर्ड की शिक्षक सक्षमता परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थी वेबसाइट पर जाकर संशोधित रिजल्ट देख सकते हैं। आवेदन नंबर और जन्म तिथि डालकर संशोधित रिजल्ट देखा जा सकता है।

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