101 घाट/तालाब छठ पूजा को तैयार : डीएम

पटना सिटी। जिलाधिकारी कुमार रवि शनिवार को रौशन घाट, जगरनाथ घाट, चौधरी टोला घाट, पत्थरी घाट, कदम घाट, बीएनआर घाट, घसियारी घाट, नरकट घाट, लोहरवा घाट, मठ केदारनाथ घाट, गोसाई घाट, राजा घाट, करनालगंज घाट, गायघाट, कंटाही घाट, भद्र घाट, एवं महावीर घाट का निरीक्षण किया। इस क्रम में उन्होंने सभी घाटों के सेक्टर पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि लोक आस्था का महापर्व छठ के व्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए सभी छठ घाटों पर पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं। इस वर्ष छठ महापर्व के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा की व्यवस्थाएँ निम्न प्रकार हैः-
कुल 101 घाट/तालाब पर आवश्यकताओं का आकलन एवं अनुश्रवण करते हुए ससमय कार्यों को पूर्ण कराने हेतु 21 घाट समूह का गठन करते हुए जिला/अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में पदाधिकारियों के दल की प्रतिनियुक्ति की गई है। चिन्ह्ति 92 घाटों पर पटना नगर निगम द्वारा घाट निर्माण, सम्पर्क पथ, पार्किंग स्थल, रोशनी एवं नदी में बैरिकेडिंग की व्यवस्था गई है। पटना शहर के तीन प्रमुख तालाब बीएमपी-5, मानिकचंद तालाब एवं चिड़ियाघर तालाब सहित अन्य 15 तालाबों पर सफाई, तालाबों में पानी भरने, बैरिकेडिंग एवं अन्य कार्य पटना नगर निगम द्वारा कराया जा रहा है। दानापुर अनुमंडल क्षेत्रान्तर्गत पड़ने वाले छह घाटों पर घाट निर्माण, सम्पर्क पथ, पार्किंग स्थल, रोशनी एवं नदी में बैरिकेडिंग का कार्य दानापुर नगर परिषद द्वारा किया जा रहा है। घाटों की सफाई हेतु घाटवार पटना नगर निगम द्वारा सफाई निरीक्षक के नेतृत्व में सफाई कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। विभिन्न घाटों पर कुल 314 शौचालय, 556 यूरिनल एवं 90 चापाकल की व्यवस्था की गई है।
विभिन्न घाटों पर कुल 91 नियंत्रण कक्ष, 14 सहायक नियंत्रण कक्ष, 200 वाच टाॅवर, 609 चेंजिंग रूम एवं 10 यात्री शेड की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक नियंत्रण कक्ष एवं वाच टाॅवर पर अलग -अलग पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की गई है। चिन्ह्ति घाटों पर 100 सीसीटीवी कैमरा की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक घाट पर चिकित्सक एवं पारा मेडिकल स्टाफ को आवश्यक दवाओं के साथ प्रतिनियुक्ति की गई है। घाट के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था, घाटों एवं एम्बुलेंस की अस्पतालों के साथ टैगिंग, निजी अस्पतालों/नर्सिंग होम से समन्वय, पीएमसीएच, एनएमसीएच, आईजीएमएस में डेडिकेटेड बेड की व्यवस्था एवं चार रिवर एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। निर्बाध एवं सुरक्षित विद्युत आपूर्ति हेतु प्रत्येक घाट पर विद्युत अभियंताओं के नेतृत्व में विद्युत कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। हर घाट पर नाव/नाविक एवं गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति की गई है। हर घाट पर एनडीआरएफ के 7 टीम 280 जवानों को 70 बोट के साथ प्रतिनियुक्ति की गई है।
घाटों पर महत्वपूर्ण दूरभाष संख्या का प्रदर्शन किया गया है।
दंडाधिकारियों, पुलिस कर्मियों, विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के लिए ड्रेस कोड, फ्लोरेसेन्ट जैकेट एवं कैप की व्यवस्था की गई है। हरेक घाट एवं वाच टाॅवर पर दंडाधिकारियों/सिविल डिफेन्स के वोलेन्टियर्स तथा पुलिस पदाधिकारियों/पुलिस कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। यातायात के नियंत्रित परिचालन हेतु शहर का यातायात प्लान तैयार किया गया है। यातायात के दृष्टिकोण से सभी संवेदनशील स्थलों पर ट्रैफिक पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गई है। 38 स्थलों पर ड्राॅप गेट की व्यवस्था की गई है। डीएम कुमार रवि ने बताया कि नवाचार हेतु छठ घाटों पर निम्न व्यवस्थाएँ की गई है- महत्वपूर्ण घाटों पर दंडाधिकारियों/पुलिस के विश्राम की व्यवस्था की गई है। छठ मोबाईल एप में अधिक सूचनाओं का समावेश किया गया है। प्रत्येक घाट पर नजरी नक्शा का प्रदर्शन किया गया है। पार्किंग स्थल का विस्तार किया गया है। नियंत्रण कक्षों एवं वाच टाॅवरों की पहचान हेतु नम्बरिंग की गई है। दियारा क्षेत्र के घाटों पर चापाकल के स्थान पर सम्मरसेबुल पम्प के माध्यम से वाटर पोस्ट से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की गई है। छठ घाटों पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों एवं कर्मियों की आसानी से पहचान हो सके, इसके लिए ड्रेस कोड बनाया गया है जो निम्न प्रकार हैः- दंडाधिकारियों के लिए ब्लू रंग का फ्लोरोसेन्ट जैकेट, सिविल डिफेन्स के लिए हरा रंग का फ्लोरोसेन्ट जैकेट, पुलिस कर्मी के लिए लाल रंग का फ्लोरोसेन्ट जैकेट, नगर निगम के कर्मी के लिए हल्का हरा रंग का फ्लोरोसेन्ट जैकेट तथा विद्युत कर्मी के लिए निर्धारित ड्रेस। कुछ घाटों पर गहरा पानी, तेज ढलान के कारण उन्हे खतरनाक घाट घोषित किया गया है। साथ ही नगर वासियों से अपील है कि वे इन खतरनाक घाटों पर छठ पूजा न करें। जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एवं संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी के प्रतिवेदन के आधार पर पटना सदर अनुमंडल के तहत खतरनाक घाट में शिवा घाट दीघा, मीनार घाट, कुर्जी घाट/पाटलीपुत्रा घाट, एलसीटी घाट, टीएन बनर्जी घाट, मिश्री घाट, जजेज घाट, अदालत घाट, सिपाही घाट, अंटा घाट, बीएन काॅलेज घाट, बांकीपुर क्लब घाट, जहाज घाट। पटना सिटी अनुमंडल अंतर्गत खतरनाक घाट में खाजेकलां घाट, केशव राय घाट, अदरख घाट, मिरचाई घाट, गड़ेरिया घाट, पीरदमरिया घाट, नन्दगोला घाट, नुरूद्दीनगंज घाट तथा देवराहा बाबा घाट। डीएम ने बताया कि गंगा नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव की स्थिति के कारण इन घाटों के स्वरूप में परिवर्तन संभव है। इसकी सूचना मोबाइल ऐप छठ पूजा पटना पर प्राप्त की जा सकती है।

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