BIHAR : सीपीआई (एम) नेता कॉमरेड गणेश शंकर विद्यार्थी का निधन, सीएम नीतीश ने जताया शोक

पटना। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के मूर्धन्य नेता, पूर्व केन्द्रीय कमिटी सदस्य, पूर्व राज्य सचिव कॉ. गणेश शंकर विधार्थी के निधन से बिहार के गौरवशाली कम्युनिस्ट इतिहास से जुड़े अध्याय का अंत हो गया। उन्होंने 97 वर्षो का लंबा जीवन जिया। 11 जनवरी को रात्रि 10 बजे स्थानीय रूबन अस्पताल में हृदयाघात से मृत्यु हो गई। उनका अंतिम संस्कार बांस घाट पटना में किया गया। गणेश शंकर विधार्थी के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक व्यक्त किया है।
उनकी शव यात्रा में सीपीआई (एम) के राज्य सचिव अवधेश कुमार, केन्द्रीय कमिटी सदस्य अरूण कुमार मिश्रा, सचिव मंडल सदस्य, रामपरी, ललन चौधरी, गणेश शंकर सिंह, विनोद कुमार, सर्वोदय शर्मा, विधायक दल के नेता अजय कुमार, पटना जिला सचिव मनोज कुमार चन्द्रवंशी, सीपीआई के रामबाबू कुमार, राज्य कमिटी सदस्य रामाश्रय महतो, मनोज गुप्ता, किशोर कुमार एवं संस्कृति कर्मी तथा बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुये।
सीपीआई (एम) की राज्य पार्टी की ओर से उनके पार्थिव शरीर को लाल झंडा सें ढ़का गया एवं कॉ. गणेश शंकर विधार्थी अमर रहे के नारों के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई तथा उनके सम्मान में राज्य पार्टी कार्यालय में झंडा झुका दिया गया।
बता दें छात्र आंदोलन से अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले साम्राज्यवाद विरोधी आंदोलन में शामिल सीपीआई (एम) के संस्थापक सदस्यों में से एक कॉ. गणेश शंकर विधार्थी का जीवन बिहार के सामाजिक-आर्थिक परिवर्तनों के लिये हो रहे संघर्षों से पूरी तरह जुड़ा रहा। पार्टी के नेतृत्व में 90 के दशक में छेड़ा गया भूमि आंदोलन उनके कार्यकाल की उल्लेखनीय उपलब्धि रही है, वे दो बार बिहार विधानसभा तथा एक बार विधान परिषद के सदस्य चुने गये।

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