BIHAR : विधानसभा का विशेष सत्र सोमवार से, नंद किशोर का विधानसभा अध्यक्ष बनना तय!

पटना। 17वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए बेहद सावधानी बरती जा रही है। पूरे परिसर को सैनेटाइज किया गया है। सभी विधायकों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य होगा। सदन में भी दूर-दूर बैठने की व्यवस्था की जा रही है। वहीं इस बार कई बड़े चेहरे सदन में नहीं देखने को मिलेंगे। 16वीं विधानसभा के करीब दो तिहाई विधायक लौटकर सदन में नहीं आए हैं। कुछ टिकट की दौड़ में पिछड़ गए थे और कुछ हार गए। पहले दो दिन प्रोटेम स्पीकर जीतनराम मांझी सदस्यों को शपथ दिलाएंगे। तीसरे दिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता नंद किशोर यादव का विधानसभा अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। जबकि तेजस्वी यादव को पहले ही राजद ने अपना नेता चुन लिया है। अब वे सदन में नेता प्रतिपक्ष की हैसियत में आ जाएंगे।
वहीं पिछले सत्र के 154 चेहरे इस बार सदन में नहीं दिखेंगे। वे या तो हार गए हैं या टिकट वितरण के दौरान दलों ने भी उन पर दोबारा भरोसा नहीं किया। विधानसभा चुनाव में इस बार 90 को पहली बार विधायक बनने का मौका मिला है, जबकि पिछले सत्र के सिर्फ 89 विधायकों की ही वापसी हुई है। 64 विधायक ऐसे भी हैं, जो पहले किसी न किसी चुनाव में जीतकर विधायक बनते रहे हैं।
इस बार का विशेष सत्र इस मायने में भी खास होगा कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए दोनों सदनों की कार्यवाही की जगह बदल जाएगी। विधानसभा की कार्यवाही 23 नवंबर से 27 नवंबर तक नए बने सेंट्रल हॉल में चलेगी। इसी हॉल में प्रथम दो दिन सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी और 26 नवंबर को राज्यपाल फागू चौहान संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। विधान परिषद की दो दिनों तक (26 और 27 नवंबर) को चलने वाली कार्यवाही को विधानसभा वेश्म में आयोजित किया जाएगा। संबंधित अधिसूचना रविवार को जारी कर दी गई है।

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