मंत्री पुत्र द्वारा जांच किए जाने पर कांग्रेस बोली, अपने कैबिनेट मंत्रियों को आचरण सिखाएं CM नीतीश

पटना। बिहार सरकार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री रामप्रीत पासवान के पुत्र दीपक कल्याण के द्वारा नल-जल योजना की जांच को लेकर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि यह कैसी सरकार है, जहां कभी मंत्री का भाई तो कभी किसी मंत्री का पुत्र योजनाओं के उद्घाटन तथा जांच करने को पहुंच जाते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान नीतीश सरकार में मंत्रियों के साथ-साथ उनके पूरे परिवार भी विभागीय संचालन में जुट गए हैं। राजेश राठौड़ ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार की स्थिति जगजाहिर होती जा रही है कि वे सही मायने में परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं। वरना ऐसे मानकों के उल्लंघन के मामले में वे कठोर रवैया अपनाते। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के हाथों कठपुतली के रूप में चलने के लिए मजबूर हैं। वहीं दूसरी ओर मंत्रियों के परिजन खुलेआम सरकारी विभागों का संचालन कर रहे हैं। श्री राठौड़ ने कहा कि पूर्णिया लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता मनीष कुमार ने यहां तक कहा है कि मंत्री पुत्र जांच अधिकारियों की टीम के साथ आए थे तथा उन्होंने गुणवत्ता का जायजा लिया।
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवालिया लहजे में पूछा है कि वे बताएं आखिर किस सरकारी प्रावधान के तहत मंत्रियों के परिजन सरकारी कार्यों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। कहा कि मुख्यमंत्री को अविलंब पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी तथा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री रामप्रीत पासवान पर कार्रवाई करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी के कारनामे सामने आने के बाद सीएम नीतीश कुमार उन पर कार्रवाई किए होते तो आज लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री रामप्रीत पासवान के पुत्र की हिम्मत नहीं होती कि वे सरकारी योजनाओं की जांच करने हेतु चले जाएं।

About Post Author

You may have missed