बैठक में फैसला : पूर्व सैनिक बिहार विधानसभा चुनाव में देंगे एकजुटता का परिचय

सीतामढ़ी। बिहार के सीतामढ़ी जिला के पूर्व सैनिकों की बैठक बसवरिया स्थित निजी विद्यालय के प्रांगण में सूबेदार रामेश्वर पूर्वे की अध्यक्षता में हुई। जिले के पूर्व सैनिकों ने एक स्वर में यह फैसला लिया कि पूर्व सैनिकों की भी बिहार की राजनीति परिदृश्य में भागीदारी और हिस्सेदारी होनी चाहिए। इसमें जिस किसी पूर्व सैनिक को किसी भी दल से टिकट मिलता है तो जिले के तमाम सैनिक, पूर्व सैनिक एवं उनके परिवार द्वारा दलगत एवं जाति-धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर उन्हें बिहार विधानसभा पहुंचाने का काम किया जाएगा। इस क्रम में अभी दो पूर्व सैनिक का नाम सबसे ऊपर है। पहला परिहार विधानसभा क्षेत्र से प्रखर उम्मीदवार राजद पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष लक्ष्मी राय और दूसरा रीगा विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष लेफ्टिनेंट कर्नल सुधीर कुमार सिंह। इस दौरान जिले के तमाम सैनिक इस मुद्दे पे एकजुटता का परिचय देते हुये यह घोषणा किया कि उम्मीदवार घोषित होते ही तन, मन और धन से सहायता कर इनको विधानसभा में जिले का सैनिक प्रतिनिधि के तौर पर भेजा जाएगा।
रामबालक चौबे ने बताया बिहार में लाखों की संख्या में पूर्व सैनिक हैं, हमें एकजुट होकर अपने वोट की ताकत दिखाने की जरूरत है। पूर्व सैनिक अनिल कुमार ने कहा कि बिहार के पूर्व सैनिक एवं उनके परिवार वर्षों से बिहार सरकार के उपेक्षा के शिकार हैं। बिहार में पूर्व सैनिकों को भारत सरकार से मिलने वाली बुनियादी सुविधाओं का अभाव है, जिसको लेकर जिले के पूर्व सैनिक, पूर्व एवं वर्तमान स्थानीय सांसद, विधायक, जिला प्रशासन से लेकर सभी राजनीतिक दलों के प्रदेश अध्यक्ष एवं सूबे के मुख्यमंत्री तक आग्रह निवेदन लिखित एवं मौखिक रूप से कर चुके हैं परंतु आज तक उस पर विचार नहीं किया गया। पूर्व वायु सैनिक नरेंद्र सिंह ने बताया कि जब हम देश की रक्षा सुरक्षा में अहम भागीदारी निभा सकते हैं तो राजनीति की दिशा और दशा भी बदल सकते हैं। मौके पर विजेन्द्र भूषण, रामबाबू महतो, रामजन्म चौधरी, अनिल झा, किशोरी सिंह, जितेंद्र यादव, लक्ष्मी प्रसाद, वीरेंद्र यादव, उमेश चौधरी, रघुनाथ शाह, संजय यादव समेत कई पूर्व सैनिक एवं युवा साथी उपस्थित थे।

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