बिहार के इस जांबाज से मिलिए, जिन्होंने दी कोरोना को मात, हुई घर वापसी

पटना। पूरे विश्व में 8 लाख से ज्यादा लोग कोरोना के गिरफ्त में हैं। दुनिया भर में 42 हजार से ज्यादा लोगों की जान कोरोना ने ले ली है। ऐसे में कोरोना वायरस को हराना किसी उपलब्धि से कम नहीं है। देश में कोरोना वायरस के 1600 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 39 लोगों की जान इस वायरस ने ले ली है। बिहार में भी 24 मामले आए हैं, जिसमें से मुंगेर के एक की मौत हो चुकी है। ऐसे में पटना के फुलवारी शरीफ के रहने वाले राहुल कुमार ने 10 दिन के इलाज के बाद कोरोना पर जीत हासिल कर ली है।
राहुल फुलवारी शरीफ के रहने वाले हैं और स्कॉटलैंड में कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते हैं। जब पूरी दुनिया में कोरोना का खतरा बढ़ा तो वे घर निकल पड़े। यहां पहुंचते ही तबीयत नासाज हो गई। पटना एम्स में दिखाया। लक्षण कोरोना से मिलते-जुलते थे इसलिए जांच कराया गया। वो कोरोना पॉजिटिव पाए गए मगर राहुल ने हिम्मत नहीं हारी। डॉक्टर्स की निगरानी में लगातार उनका इलाज चला। इस दौरान उन्हें कभी-कभी बुखार होता था। अब जब वो ठीक हो चुके हैं तो उन्होंने बताया कि कैसे कोरोना से जंग जीता जा सकता है।
10 दिन चला इलाज
स्कॉटलैंड से लौटने के बाद तबीयत बिगड़ने पर राहुल को पटना एम्स में बीते 20 मार्च को भर्ती कराया गया था। 21 मार्च को सर्दी खांसी और बुखार की शिकायत पर उसकी कोरोना जांच कराई गई थी, जिसमें उनका रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया। 22 मार्च को राहुल को एनएमसीएच स्थित संक्रामक रोग अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहीं पर पिछले 10 दिन से उनका इलाज चल रहा था। पिछले कुछ दिनों में राहुल की स्थिति में सुधार देखते हुए चिकित्सकों ने उसकी कोरोना जांच कराई तो उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। दो दिन बाद फिर से जांच कराई गई तो उसमें भी कोरोना निगेटिव ही आया। एक मेडिकल टेस्ट के बाद बुधवार को डॉक्टर्स ने राहुल को अस्पताल से छुट्टी दे दी।
राज्य में कोरोना के कुल 23 मामले
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में सात लोगों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बुधवार को बढ़कर 23 हो गई है।

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