बाढ़ नगर परिषद : उप मुख्य पार्षद कुर्सी बचाने में रहे असफल, 17 वार्ड पार्षद हुए उपस्थित, 14 मत विरोध में पड़े

बाढ़। बाढ़ नगर परिषद हमेशा किसी न किसी कारणों से सुर्खियों में रहता है। इसके अंतर्गत आने वाले वार्डों में कोई खासा काम तो नहीं दिखता, लेकिन काफी पहले से चल रहे गुटबाजी के कारण कार्य जरूर प्रभावित होते रहे हैं। मुख्य पार्षद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर कुर्सी से हटाने के बाद अब उप मुख्य पार्षद के विरुद्ध भी पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाकर पद से हटा दिया गया है। जिससे परिषद के अंदर दो फाड़ हो गया है।
बता दें सोमवार को अनुमंडल मुख्यालय के सभागार में उप मुख्य पार्षद के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पारित होना था। 27 वार्ड पार्षदों में 17 वार्ड पार्षद फ्लोर पर उपस्थित हुए। जिसमें 14 मत उप मुख्य पार्षद अनिल गुप्ता के विरोध में पड़े, जिससे वे कुर्सी बचाने में सफल नहीं सके। नए उप मुख्य पार्षद का चुनाव के लिए समय का निर्धारण होना बाकी है। इससे कुछ महीने पहले मुख्य पार्षद शकुंतला देवी को भी इस्तीफा देना पड़ा था और नए मुख्य पार्षद के चुनाव में राजद नेता राजीव कुमार चुन्ना ने बाजी मारी थी। जब राजीव कुमार ने पद संभाला था, तो कुछ दिनों के बाद से ही अनुमंडल में चर्चा होने लगी थी कि राजीव कुमार चुन्ना और अनिल गुप्ता के बीच ट्यूनिंग सही तरीके से नहीं बैठ रही है और कभी भी उप मुख्य पार्षद अनिल गुप्ता को पद से हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। इस बीच मुख्य पार्षद ने उप मुख्य पार्षद को पद से हटाने के लिए खेल खेलना शुरू कर दिया। इस दौरान परिषद में दो गुट बन गया। एक गुट राजीव कुमार चुन्ना का और दूसरा अनिल गुप्ता। दोनों ओर से गुटबाजी चरम पर रही। लेकिन मुख्य पार्षद राजीव कुमार ने अपने पक्ष में ज्यादातर पार्षदों को अपने पाले में लाने में कामयाब रहे और आज अंतत: उप मुख्य पार्षद अनिल गुप्ता के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। 27 वार्ड पार्षदों में 17 पार्षद फ्लोर पर उपस्थित हुए। जिसमें 14 मत उप मुख्य पार्षद अनिल गुप्ता के विरोध में पड़े, जिससे वे कुर्सी बचाने में सफल नहीं सके।
इधर, नए उपमुख्य पार्षद के प्रमुख दावेदार वार्ड पार्षद परमानंद सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि नए उप मुख्य पार्षद की चुनाव के बाद बाढ़ में विकास की गंगा बहेगी।

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