देश को ‘दीए’ नहीं, ‘किट’ की जरूरत है : आप

पटना। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रवक्ता चंद्र भूषण और पार्टी चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ. पंकज कुमार ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर कहा है कि इस वक्त देश को दीए की नहीं, किट की जरूरत है। टीके के आविष्कार करने वाले शोधार्थियों की जरूरत है। थाली-ताली के बाद मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल का फ्लैशलाइट जैसे अवैज्ञानिक और झूठे दिखावे या कर्मकांड की जरूरत नहीं है।
आप नेताओं ने कहा कि देश को झूठ और वैज्ञानिक तौर-तरीकों की घुट्टी पिलाने की कतई जरूरत नहीं है। जरूरत है दिमाग की बत्ती जलाने की। वैज्ञानिकता पर विश्वास करने की और तार्किकता को बढ़ाने की। क्या इस अंधविश्वास की तुलना जमात के तर्कों से नहीं की जा सकती है? यह समाज में क्या रिफ्लेक्ट कर रहा है? हम विदेशों में अपनी छवि किस अंधविश्वासी कर्मकांडी की बना रहे?
आप ने कहा कि थाली-ताली और दीए जलाने से काम नहीं चलने वाला इसके लिए स्वास्थ्य विभाग मे कोरोना जाँच हेतु किट की आवश्यकता है। बिहार की चिकित्सा व्यवस्था पर तंज कसते हुए डॉ पंकज ने कहा कि कोरोना को लेकर राज्य सरकार की तैयारी देश के अन्य राज्यों की तैयारी की तुलना में निचले पायदान पर है। पूरे राज्य के अस्पतालों को मिलाकर बमुश्किल 50 वेंटिलेटर भी यहां नहीं है। कोरोना से लड़ने के लिए पीपीई, एन.-95 मास्क, फ्लाई मास्क, आर.एन.ए. एट्रैक्शन किट की तो बात ही छोड़ दीजिए, आज बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था खुद वेंटिलेटर पर है, आईसीयू में है।

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