तेजस्वी ने रामसूरत राय को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की, स्कूल का उद्घाटन करते तस्वीर मीडिया को दिखाया

पटना। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को एक बार फिर बिहार सरकार के मंत्री व भाजपा नेता रामसूरत राय को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने संवाददाता सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर में मंत्री रामसूरत राय की एक जमीन है, जिस पर स्कूल चलता है और जहां कुछ दिन पहले भारी मात्रा में शराब बरामद हुई थी, उस स्कूल के संस्थापक खुद मंत्री रामसूरत राय हैं। तेजस्वी ने मीडिया को एक तस्वीर दिखाई, जिसमें रामसूरत राय स्कूल का उद्घाटन करते हुए और स्कूल के कार्यक्रम में पुरस्कार वितरित भी करते दिख रहे हैं।
लीज एग्रीमेंट का पेपर दिखाएं मंत्री
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश सरकार ने कहा था कि जहां भी शराब बरामद होगी वहां थाने खोले जाएंगे लेकिन अब तक वहां थाना नहीं खोला गया और ना ही मंत्री के भाई की गिरफ्तारी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री रामसूरत राय के पिता के नाम पर अर्जुन मेमोरियल ज्ञान विद्या मंदिर है, जहां शराब बरामद हुई। वहां के हेड मास्टर अमरेंद्र कुमार ने पुलिस को शराब आने की सूचना दी थी लेकिन पुलिस ने उन्हें ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तेजस्वी ने मांग की कि मंत्री जी जो कह रहे हैं कि उन्होंने जमीन लीज पर दे दी थी और उसी पर स्कूल चलाया जा रहा था तो लीज एग्रीमेंट का पेपर कहां है, वह कागज दिखाएं। दूसरी बात यह है कि किसी अकाउंट में उसका पैसा भी जाता होगा, वह भी बताएं।
बड़े भाई से कहो, अपने ऊपर मुकदमा ले ले
तेजस्वी के साथ स्कूल के हेड मास्टर अमरेंद्र कुमार के भाई अंशु भी प्रेस कान्फ्रेंस में पहुंचे थे। अंशु ने बताया कि उनके बड़े भाई ने 7-8 नवंबर की रात थाना के साथ-साथ मंत्री जी के भाई को भी फोन किया था लेकिन मंत्री के भाई ने फोन नहीं उठाया। उनके भाई को पुलिस ने जब गिरफ्तार कर लिया तब थाना पर फरियाद लेकर गए थे लेकिन उन्हें गाली गलौज कर भगा दिया गया। इसके बाद उन्होंने पुलिस के तमाम उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी। अंशु ने यह भी बताया कि उन्हें धमकी दी गई कि अपने बड़े भाई से कहो कि अपने ऊपर मुकदमा ले ले। अंशु ने कहा कि स्कूल की एक चाबी उनके बड़े भाई अमरेंद्र के पास रहती थी और एक चाबी मंत्री जी के बड़े भाई के पास। अंशु ने कहा कि उनके पूरे परिवार पर जान का खतरा उत्पन्न हो गया है। नेता प्रतिपक्ष ने भी अंशु के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की।
बता दें शनिवार को विधानसभा में मंत्री रामसूरत राय के इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। विधानसभा की दूसरी पाली जैसे ही शुरू हुई विपक्ष ने शराबबंदी को लेकर सदन में हंगामा करना शुरू कर दिया। सत्ता पक्ष के सवाल पर विपक्ष इतना भड़क गया कि नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।

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