BIHAR : कार्यपालक सहायकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी, जनता को हो रही असुविधा के लिए नीतीश सरकार जिम्मेदार

* माले विधायकों ने विधानसभा में कार्यपालक सहायकों के नियमितीकरण का उठाया मुद्दा
* नियमितीकरण का झांसा दे नीतीश सरकार कार्यपालक सहायक सहित संविदाकर्मियों की सेवा का कर रही निजीकरण : महबूब आलम


पटना। नीतीश सरकार द्वारा संविदाकर्मी कार्यपालक सहायकों की सेवा का नियमितीकरण से वादाखिलाफी कर आउटसोर्स करने के निर्णय से आक्रोशित राज्य के 20 हजार कार्यपालक सहायकों का राजधानी पटना के गर्दनीबाग सहित सूबे के विभिन्न जिलों-प्रखंडों में मंगलवार को अनिश्चितकालीन धरना दूसरे दिन भी जारी रहा।
विधानसभा में उठा नियमितीकरण का मामला
वहीं दूसरी तरफ विधानसभा के अंदर माले विधायक सुदामा प्रसाद ने निवेदन के तहत संविदाकर्मी कार्यपालक सहायकों के नियमितीकरण का मामला उठाया और गर्दनीबाग में संघ अध्यक्ष आशीष कुमार, जिला सचिव शशिकांत पाठक, अनुराग शर्मा के नेतृत्व में धरना पर बैठे कार्यपालक सहायकों को विधायक ने सदन में उठाए गए सवाल से अवगत कराया।


पूरा विपक्ष कार्यपालक सहायकों के साथ
आज माले विधायक महबूब आलम, गोपाल रविदास, वीरेंद्र गुप्ता ने कार्यपालक सहायकों को धरना स्थल पर संबोधित किया। माले विधायकों ने कार्यपालक सहायकों की मांगों से एकजुटता जताते हुए कहा कि कार्यपालक सहायकों के नियमितीकरण के सवाल पर विधानसभा के अंदर और बाहर माले सहित पूरा विपक्ष उनके साथ है। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने कार्यपालक सहायक सहित राज्य के लाखों संविदाकर्मी की सेवा का नियमितिकरण का वादा किया, अशोक चौधरी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति का गठन किया, पुन: उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसा को स्वीकार कर नियमितीकरण का संकल्प 12534 अक्टूबर 2018/1003, फरवरी 2021 जारी किया।
सरकार पर निजी कंपनियों की दलाली करने का आरोप
माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि जिस सामान्य प्रशासन विभाग को राज्य के संविदाकर्मियों को नियमितीकरण करना था, उसी विभाग ने अपने अधीन कार्यरत कार्यपालक सहायकों को नियमितीकरण के लाभ से वंचित कर आउटसोर्स का रास्ता दिखा दिया। उन्होंने नीतीश सरकार पर निजी कंपनियों की दलाली करने और नियमितीकरण का वादा कर निजीकरण का गंभीर आरोप लगाया।


पूरे राज्य में हड़ताल पूर्णरूपेण सफल
बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ (गोप गुट) अध्यक्ष आशीष कुमार ने आउटसोर्स-ठेकाकरण के नीतीश सरकार के निर्णय व शासी परिषद की 29वीं बैठक से कार्यपालक सहायकों की सेवा आउटसोर्स किए जाने का निर्णय को रद्द करने, उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसा को लागू करते हुए सभी कार्यपालक सहायकों का नियमितीकरण-समायोजन सहित 8 सूत्री मागें पूरा करने का मांग किया। आशीष कुमार ने बताया कि पूरे राज्य में हड़ताल पूर्णरूपेण सफल है। हड़ताल में पटना सहित राज्य के विभिन्न जिला व प्रखंड मुख्यालय सहित 300 स्थानों पर हड़ताल के दूसरे दिन भी हजारों हड़ताली कार्यपालक सहायकों ने धरना दिया। वहीं आशीष ने कहा कि जनता को हो रही असुविधा के लिए नीतीश सरकार जिम्मेदार है।
इन्होंने किया धरना को संबोधित
वहीं आक्रोशित हड़ताली कार्यपालक सहायकों को महासंघ (गोप गुट) अध्यक्ष रामबली प्रसाद, महासचिव प्रेमचन्द कुमार सिन्हा, एक्टू महासचिव आरएन ठाकुर, सचिव रणविजय कुमार, संघ सचिव आशुतोष नंदन, कोषाध्यक्ष धनजी प्रसाद, जिला अध्यक्ष अनुराग शर्मा, सचिव शशिकांत पाठक सहित अनेकों कार्यपालक सहायक नेताओं ने संबोधित किया।

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