भागलपुर : आर्थिक तंगी की वजह से युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
भागलपुर । जिले के मुंदीचक दीना साहू लेन में आरएमएस से सेवानिवृत्त नंद किशोर प्रसाद के बेटे सुमन कुमार ने घर में आत्महत्या कर ली। इसकी वजह आर्थिक तंगी बताई जा रही है।
सुमन कुमार के बड़े भाई जय किशोर प्रसाद के अनुसार शनिवार की सुबह साढ़े पांच बजे उठने के बाद वे अपने पिता के कमरे में जा रहे थे। तभी उनकी नजर उस कमरे पर पड़ी जिसमें कोई सोता नहीं था, देखा कि उनका छोटा भाई सुमन प्लास्टिक की रस्सी से लटका हुआ है।
शोर मचाने पर घर के अन्य लोग भी वहां जमा हो गए। तुरंत रस्सी को काटा और उसे जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल ले आए।जहां डाक्टर ने सुमन को मृत घोषित कर दिया।
जय किशोर ने बताया कि डेढ़-दो साल पहले वह एक नेटवर्किंग में काम करता था, जिसमे सुमन का चार-पांच लाख रुपये फंस गया था। नेटवर्किंग में काम करने वालों ने उसे दौलतमंद होने सपना दिखाया, जिसमें वह फंस गया।
लड़के सब इनसे पैसे की तकादा करने घर आते थे। उज्जवला योजना में काम करता था। लॉकडाउन के दौरान काम नहीं मिलना बंद हो गया था। बेरोजगार हो गया था। फिलहाल वह 92 वर्षीय अपने पिता का देखरेख करता था।
एक तो आर्थिक तंगी उसपर रोज लड़के घर पर पैसे मांगने पहुंचते थे। इसकी वजह से वह परेशान रहता था। तनाव में रहता था। सुमन के बड़े भाई जय किशोर ने बताया कि डेढ़ साल पहले उसकी शादी बांका जिला के धोरैया थाना क्षेत्र के मथुरापुर में हुई थी।
दो महीने पहले वे एक साथ तीन संतानों के पिता बने थे, जिसमेें एक लड़की और दो लड़के थे। इस संबंध में बहन ने बताया कि पत्नी भी हमेशा काम करने के लिए कहती थी। हो सकता है इस बात की भी परेशानी हो सकती है।
सुमन के ससुर बौधी मंडल ने कहा कि उसकी बेटी रिंकी पिछले छह माह से मायके में ही रह रही थी। प्रतिदिन दामाद यानी सुमन की रिकीं से मोबाइल पर बात होती थी। शुक्रवार की रात साढ़े आठ बजे भी पति-पत्नी की बात हुई थी और शनिवार को सुमन ससुराल भी जाने वाला था।
बौधी मंडल इस बात से इन्कार कर रहे हैं कि घर मेें किसी से झगड़ा या विवाद होने की दामाद ने कभी भी शिकायत नहीं की थी। इधर, मृतक के भाई जय किशोर ने बताया कि शुक्रवार की रात 10 बजे खाना खाने के बाद सुमन सोने चला गया था। इस संबंध में जय किशोर के बयान पर तिलकामांझी ओपी में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।