लोजपा (रामविलास) ने रोसड़ा नगर परिषद के कर्मी की मौत पुलिस की पिटाई से होने की पुष्टि की

पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने रोसड़ा नगर परिषद के कर्मी रामसेवक राम की मृत्यु पुलिस की पिटाई से होने की पुष्टि किया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के निर्देशानुसार 5 सदस्यीय जांच दल पार्टी के प्रधान महासचिव संजय पासवान के नेतृत्व में रोसड़ा गयी, जिसमें संजय रविदास, सुरेन्द्र विवेक, विभूति भूषण पासवान एवं ओम प्रकाश पासवान शामिल थे।
पूरी घटना की जांच के बाद जांच प्रतिवेदन पार्टी को सुपुर्द कर दिया है, के मुताबिक मृतक रामसेवक राम कार्यपालक पदाधिकारी से चार माह के बकाये वेतन भुगतान के लिए गुहार लगाने गया था। जब कार्यपालक पदाधिकारी ने अपशब्दों का प्रयोग किया तब रामसेवक राम ने चाटा चला दिया था। इसी के प्रतिशोध में कार्यपालक पदाधिकारी ने पुलिस को बुलाकर केश किया, जिसमें रामसवेक राम सहित 70 ग्रामीणों को नामजद किया गया। पुलिस ने रामसेवक राम को गिरफ्तार कर बुरी तरह पिटाई किया, जिसमें उसकी मौत हो गई, जबकि अपने बचाव में पुलिस अस्पताल ले गई और मृत घोषित कराया। जांच दल ने पुलिस को निरकुंश बताते हुए स्व. रामसेवक के परिजन को 25 लाख रुपये मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने एवं कार्यपालक पदाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी के विरुद्ध हत्या का मुकदमा चलाने की मांग किया है।
वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. सत्यानंद शर्मा एवं युवा के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने बताया कि जांच प्रतिवेदन बिहार के राज्यपाल और केंद्रीय गृह मंत्री को भेजा जायेगा। सरकार ने कार्रवाई नहीं किया तो पार्टी राज्यव्यापी आंदोलन करने को विवश होगी।

About Post Author

You may have missed