तेजस्वी अपनी पार्टी में चाहे तो पूरे परिवार को ले आए, फिर भी एक सीट नहीं मिलेगी : मांझी

पटना। राजधानी पटना के गांधी मैदान में लालू तेजस्वी की जनविश्वास रैली खत्म हो गई पर सियासत जारी है। बीजेपी के सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा के बाद पूर्व सीएम जीतन मांझी ने रैली पर सवाल उठाए हैं। गांधी मैदान में लाल झंडा वालों की भीड़ का दावा करने के बाद उन्होंने तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला किया है। कहा है कि लोकसभा चुनाव में माय-बाप क्या, चाहें तो बहन-बहनोई, भाई-भोजाई किसी की पार्टी बना लें,  2024 में एक सीट भी नसीब नहीं होगी। गया में आयोजित एक पार्टी के कार्यक्रम में जीतन राम मांझी ने अपने विपक्षी राजद और जनविश्वास रैली के खिलाफ हुंकार भरी। कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार की सभी 40 सीटों पर एनडीए के उम्मीदवार जीत हासिल करेंगे राजद कांग्रेस या उनके सहयोगी दलों को एक भी सीट जनता नहीं देगी। उधर अपने सोशल मीडिया हैंडल ट्विटर पर बयान जारी करते हुए जितना मांझी ने कहा कि गांधी मैदान की रैली में वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं की भीड़ बहुतायत से जुटी थी। उन्हीं लोगों ने भीड़ बनाई जिसे सब ने अपने-अपने खाते में डाल लिया। अगर वाम दल वाले शामिल नहीं होते तो तेजस्वी की जनविश्वास रैली नुक्कड़ सभा बनकर रह जाती। कहा कि वाम दलों के कार्यकर्ताओं ने सबकी इज्जत बचा ली पटना की जनविश्वास रैली में तेजस्वी यादव ने एक बार फिर कहा था कि राजद सिर्फ माय की नहीं बल्कि बाप की पार्टी है। अपनी पार्टी की उन्होंने एक नई परिभाषा दी। आर से राइट्स, जी से जॉब्स और डी से डेवलपमेंट। देखना है कि बिहार की जनता इस नई परिभाषा को कितना पचा पाती है। इससे पहले बीजेपी के नेता और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने  लालू यादव को पीएम मोदी पर टिप्पणी करने के लिए हमला किया। लालू यादव ने रविवार को कहा था कि नरेंद्र मोदी हिंदू नहीं है। विजय सिन्हा ने इसके जवाब में कहा कि सजायाफ्ता लालू प्रसाद को नरेंद्र मोदी पर कुछ बोलने का अधिकार नहीं है जिनकी पूरी दुनिया सम्मान करती है।

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