विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार पर मौन क्यों हैं CM नीतीश : राजेश राठौड़

पटना। बिहार कांग्रेस कमिटी के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने विश्वविद्यालयों के भ्रष्टाचार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल उठाया है। कहा है कि राज्य के विश्वविद्यालयों में कुलपतियों पर रोजाना हो रहे व्यापक भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद राजभवन से उनकी नियुक्ति की पैरोकारी करने वाले मुख्यमंत्री मौन क्यों हो गए हैं?
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार अपने भ्रष्टाचार को भाजपा रूपी वाशिंग मशीन से धुलाई करवा कर खुद को स्वच्छ बनने की गलती न करें। 15 वर्षों से येन-केन-प्रकारेण सत्ता पर काबिज नीतीश कुमार को सामने आकर कुलपतियों के व्यवहार को नियंत्रित करने की जरूरत है। बिहार के लगभग प्रमुख विश्वविद्यालयों में उत्तर प्रदेश से कुलपति की नियुक्ति आखिर किसके इशारे पर हो रही है और कौन से लोग उनकी नियुक्ति बिना उनके चरित्र जांच के कर रहे हैं, इसकी भी केंद्रीय एजेंसी से जांच होनी चाहिए।
राजेश राठौड़ ने कहा कि बिहार की उच्च शिक्षा को जदयू और भाजपा ने मिलकर ध्वस्त करने की तैयारी कर ली है। विश्वविद्यालयों में हुई अनियमितता के कारण कई छात्रों का समय पर आवश्यक कागजात निकालना भी मुश्किल हो रहा है। सीएम नीतीश ने शिक्षा व्यवस्था को भाजपा के साथ मिलकर चौपट कर दिया है। मुख्यमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और विश्वविद्यालयों में चल रहे फर्जीवाड़े को अविलंब उजागर करने के लिए केंद्रीय एजेंसी से जांच की सिफारिश करनी चाहिए।

About Post Author

You may have missed