मुजफ्फरपुर आंखफोड़वा कांड के पीड़ितों को मिले 50 लाख मुआवजा, घटना की हो उच्चस्तरीय जांच : AAP
पटना। बिहार सरकार ने असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा का कीर्तिमान बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। आम जनता के जीवन में अंधेरे की सौगात सरकार दे रही है, इसका जीवंत प्रमाण मुजफ्फरपुर आंखफोड़वा कांड है। जिसने बिहार की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था एवं सरकार के दावों की कलई खोल दी है। जिन मतदाताओं ने लोकतांत्रिक एवं लोक कल्याणकारी सरकार का सपना देखा था, उन आंखों को सरकार ने छीन लिया। उक्त बातें आम आदमी पार्टी के स्वास्थ्य प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. पंकज गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा।
उन्होंने सीधे-सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार लोगों से जीने का अधिकार छीन रही है। जांच में डॉ. एनडी साहू पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, जबकि जो जांच प्रतिवेदन दिया गया है, उसमें स्पष्ट वर्णित है कि ओटी में इंफेक्शन होने की वजह से ऐसा हुआ। ऐसी स्थिति में सरकार द्वारा डॉ. एनडी साहू को बेवजह प्रताड़ित करने हेतु प्राथमिकी दर्ज की गई है। डॉ. गुप्ता ने सरकार से मांग किया कि इस घटना के पीड़ितों को 50 लाख का मुआवजा अविलंब दिया जाए, साथ ही पूरी घटना की निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच हो।