67वां राष्ट्रीय रेल पुरस्कार-2022 भुवनेश्वर में : रेल मंत्री उत्कृष्ट सेवा के लिए अधिकारी-कर्मचारी को करेंगे पुरस्कृत

* ट्रैफिक ट्रांसपोर्टेशन शील्ड पूर्व मध्य रेल के नाम
* पुरस्कृत होने वालों में पूमरे के 8 अधिकारी व कर्मचारी शामिल


हाजीपुर। रेल सेवा में विशिष्ट सेवा के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को सम्मानित करने के लिए इस वर्ष 67वां राष्ट्रीय रेल पुरस्कार-2022 का आयोजन 28 मई को पूर्व तटीय रेल मुख्यालय भुवनेश्वर में किया जाएगा। इस अवसर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव 2021-22 में विशिष्ट सेवा के लिए भारतीय रेल के चयनित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पुरस्कृत करेंगे। इस अवसर पर पूर्व मध्य रेल के मुख्यालय एवं मंडलों में कार्यरत 1 अधिकारी एवं 7 कर्मचारियों को रेलमंत्री पुरस्कृत करेंगे। साथ ही, एक और गौरवमयी उपलब्धि के तहत ट्रेनों के सुचारू परिचालन और माल लदान में उत्कृष्ट प्रदर्शन को लेकर पूर्व मध्य रेल को ट्रैफिक ट्रांसपोर्टेशन शील्ड प्रदान किया जाएगा।
महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने इस उपलब्धि पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि पूर्व मध्य रेल के अधिकारी एवं कर्मचारी को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित रेल मंत्री पुरस्कार से सम्मानित होना गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि ऐसे रेलकर्मियों की कर्तव्यनिष्ठा और लगनशीलता के फलस्वरूप पूर्व मध्य रेल एक नई उंचाई की ओर अग्रसर है।
उल्लेखनीय है कि भुवनेश्वर में आयोजित राष्ट्रीय रेल पुरस्कार-2022 में पुरस्कृत होने वालों में मंडल परिचालन प्रबंधक-धनबाद केशव आनंद, धनबाद मंडल में ट्रैक मेंटेनर के पद पर कार्यरत अवनिश भारती, बैजू कुमार शाह एवं विजय कुमार तथा लोको पायलट के पद पर कार्यरत उदय नारायण, गुड्डू कुमार यादव शामिल हैं। समस्तीपुर मंडल में लोको पायलट के पद पर कार्यरत संजय कुमार गुप्ता, मुख्यालय हाजीपुर में यातायात निरीक्षक के पद पर कार्यरत राकेश रंजन राष्ट्रीय रेल पुरस्कार में सम्मानित किए जाएंगे।
विदित हो कि कोविड के दौरान पूर्व मध्य रेल द्वारा मालगाड़ी, पार्सल स्पेशल और कोविड स्पेशल ट्रेनों का संचालन सुरक्षित और प्रभावी ढंग से किया गया। वर्तमान में कोविड पूर्व चलने वाली 95 प्रतिशत से भी अधिक ट्रेनों का परिचालन पुन: प्रारंभ किया जा चुका है। कोविड के बावजूद 2021-22 में पूर्व मध्य रेल ने 167 मीलियन टन माल लदान कर चौथा सबसे अधिक माल लदान करने वाला क्षेत्रीय रेल तथा इससे 19,328 करोड़ रूपए की आय के साथ तीसरा सबसे अधिक मालभाड़ा राजस्व अर्जित करने वाला क्षेत्रीय रेल बनने का गौरव हासिल किया।
इसके साथ ही पूर्व मध्य द्वारा वर्ष 2021-22 में 13.14 करोड़ यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया जिससे 2520 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ। माल ढुलाई वृद्धि में बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिनके प्रयासों से सड़क मार्ग से परिवहन किए जाने वाले स्टोन चिप्स, फ्लाई ऐश, रेडमड, बालू, पॉल्ट्री फिड, क्लिंकर आदि नये सामानों को रेल परिवहन से जोड़ते हुए 3951 रेकों की ढुलाई की गयी।

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