November 18, 2025

बिहार आगमन से पहले तेजस्वी का पीएम पर हमला, सोशल मीडिया से पूछे सवाल, मांगा जवाब

पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे से पहले सियासी माहौल गरमा गया है। पीएम मोदी आज भागलपुर में किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 9.80 करोड़ किसानों को 22,700 करोड़ रुपये की किस्त जारी करेंगे। इस यात्रा से पहले बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री से कई तीखे सवाल पूछे हैं और उनके 20 वर्षों की एनडीए सरकार की उपलब्धियों पर सवाल खड़े किए हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झूठे वादों और जुमलों से हटकर बिहार की असली समस्याओं का जवाब देना चाहिए। उन्होंने पीएम के उस वादे पर सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी। तेजस्वी ने कहा कि 2025 आ चुका है, लेकिन किसानों की स्थिति सुधरने के बजाय और बिगड़ गई है। उन्होंने पूछा कि बिहार के किसानों की आय देश में सबसे कम क्यों है और डबल इंजन सरकार ने उनके लिए अब तक क्या विशेष कदम उठाए हैं? इसके अलावा, तेजस्वी यादव ने बिहार में शिक्षा और औद्योगिक विकास की स्थिति को लेकर भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि बिहार की साक्षरता दर देश में सबसे कम क्यों है और प्रति व्यक्ति निवेश बिहार में न्यूनतम क्यों बना हुआ है? उन्होंने केंद्र सरकार से यह भी सवाल किया कि पीएम मेगा टेक्सटाइल पार्क योजना के तहत बिहार को टेक्सटाइल पार्क का लाभ क्यों नहीं मिला? बिहार में बढ़ती गरीबी और बेरोजगारी को लेकर भी तेजस्वी ने सवाल उठाए। उन्होंने पूछा कि 20 वर्षों से बिहार में एनडीए की सरकार और 11 वर्षों से केंद्र में बीजेपी की सरकार होने के बावजूद बिहार में बेरोजगारी और पलायन की समस्या बनी हुई है। उन्होंने पीएम से विशेष राज्य के दर्जे और बिहार के लिए घोषित विशेष पैकेज पर भी स्पष्टीकरण मांगा। तेजस्वी यादव ने बिहार में बंद पड़ी चीनी मिलों का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने प्रधानमंत्री को याद दिलाया कि 2014 में उन्होंने मोतिहारी की चीनी मिल को फिर से शुरू कराने का वादा किया था, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री मधुबनी, सारण, गोपालगंज, नवादा और मुजफ्फरपुर की बंद पड़ी चीनी मिलों को कब शुरू कराएंगे? कटिहार में जूट मिल शुरू करने की योजना पर भी तेजस्वी ने सवाल उठाया। रोजगार के मुद्दे पर भी तेजस्वी ने पीएम मोदी से जवाब मांगा। उन्होंने रेलवे और सेना में रिक्त पड़े पदों को भरने की मांग की और पूछा कि सरकार बेरोजगारों को नौकरियां कब देगी? इसके अलावा, उन्होंने बिहार में महागठबंधन सरकार द्वारा पारित 65% आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल न किए जाने को लेकर भी केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाया। तेजस्वी यादव ने जातिगत जनगणना को लेकर भी प्रधानमंत्री से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि बिहार से सबसे अधिक पलायन होता है, लेकिन केंद्र सरकार ने इसे रोकने के लिए अब तक क्या किया है? अंत में, तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा कि चुनावी साल होने के कारण आने वाले महीनों में प्रधानमंत्री मोदी को बिहार और बिहारियों की अचानक बहुत चिंता सताने लगेगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान पीएम मोदी को बिहार की संस्कृति, परंपराएं, धार्मिक आस्था और स्थानीय उत्पादों की याद आएगी, लेकिन बिहार को ठोस लाभ देने की कोई उम्मीद नहीं है। बिहार के लोग अब सिर्फ वादे और प्रचार नहीं, बल्कि ठोस विकास चाहते हैं।

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