गर्दनीबाग धरना स्थल पर लैब टेक्नीशियन ने किया विरोध प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

पटना। राजधानी पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर आज प्रदेश के अलग-अलग जिलों से लैब टेक्नीशियन पहुंचे हैं। प्रदर्शन कर रहे लैब टेक्नीशियन का कहना है कि उनकी संख्या लगभग 850 है। कोरोना काल में जान पर खेलकर उन्होंने काम किया। अब उन्हें नौकरी से हटाया जा रहा है। अभी कोरोना का नया वैरिएंट आया है। ऐसे समय में हम लोगों को हटाया गया है, जो कहीं से भी उचित नहीं है। टेक्नीशियन ने कहा कि हम लोगों ने उस समय सरकार के साथ मिलकर काम किया जब श्मशान में डेड बॉडी रखने की जगह तक नहीं थी। सरकार ने हमें यूज एंड थ्रो कर दिया। प्रदर्शन कर रहे दीपक झा ने कहा कि 2020 में कोरोना काल के समय हम लोगों की तीन महीने के लिए बहाली हुई थी। उस समय जरूरत समझकर सरकार ने हमसे काम करवा लिया। करीब 3 साल के बाद 2 जनवरी को सरकार ने हमें भारत सरकार के पत्र का हवाला देते हुए काम से हटा दिया। हम लोगों ने उस समय सरकार के साथ मिलकर काम किया जब श्मशान में डेड बॉडी रखने की जगह तक नहीं थी। सरकार ने हमें यूज एंड थ्रो कर दिया। आज लैब टेक्नीशियन सड़कों पर उतरे हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव सरकारी नौकरी देने के नाम पर सरकार में आए हैं, लेकिन उन्होंने 1000 लैब टेक्नीशियन को नौकरी से ही निकाल दिया। वहीं उन्होंने कहा है कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो आने वाले दिनों में हम लोग आमरण अनशन करेंगे। बिहार में कोरोना वायरस की रोकथाम और नियंत्रण के लिए सभी जिले के मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में आवश्यकता अनुसार रखे गए लैब टेक्नीशियन्स की सेवा 31 दिसंबर 2023 तक के लिए विस्तारित की गई थी। सेवा विस्तारित संबंधित आदेश भारत सरकार से अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। ऐसे में सभी जिले, मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों की ओर से रखे गए लैब टेक्नीशियन्स की सेवा विस्तारित नहीं किए जाने का निर्णय लिया गया है।

About Post Author

You may have missed