बाढ़ में प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम का आयोजन : बौद्धिकता की कसौटी पर खड़ा उतरने में पारंपरिक पाठ्य शैली ही कारगर

पटना। बाढ़ नगर के चोंदी मोहल्ले में संचालित ‘कंसेप्ट आफ फिजिक्स’ संस्थान में प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि एएनएस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. नरेंद्र दूबे ने कहा कि नई प्रतिभा का सम्मान करके ही हम बेहतर भविष्य के दुर्ग गढ़ सकते हैं। विशिष्ट अतिथि चिकित्सक सह समाजसेवी डॉ. विद्दानंद ने नई पीढ़ी को मोबाइल की विकृतियों से परहेज करने की सीख देते हुए कहा कि बौद्धिकता की कसौटी पर खड़ा उतरने में पारंपरिक पाठ्य शैली ही कारगर है। आज सहज-सुलभ पठन-पाठन को महंगा बनाकर परोसा जा रहा है, जो सभ्य समाज के लिए घातक है।
साहित्यकार हेमंत कुमार ने कहा कि आज इंसान को इंसान से जोड़ने की कड़ी कमजोर पड़ रही है। नई नस्ल को इस चुनौती का डंटकर मुकाबला करना होगा, ताकि समरसता की धार कुंद न हो।


स्वागत करते हुए संस्थान के संस्थापक संजीव रंजन उर्फ बबलू सर ने कहा कि प्रथम स्थान पाने की होड़ में शामिल होना आवश्यक नहीं है, बल्कि जीवन में आगे बढ़ने में मेहनत करने की जरुरत है। हार का भय और विजय का मद आदमी को लक्ष्य से भटका देता है।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में शिक्षाविद् प्रो. साधुशरण सिंह सुमन ने कहा कि चरित्रवान और विवेकवान मनुष्य ही सभ्यता-संस्कृति की लता को मुरझाने नहीं देता है। कार्यक्रम को राष्ट्रपति द्वारा पुलिस वीरता पदक प्राप्त रिटायर्ड दारोगा कामेश्वर सिंह, समाजसेविका माता रानी देवी, समाजसेवी रवि कुमार, गायक पप्पू कुमार, राहुल कुमार एवं राजन कुमार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर दो दर्जन से अधिक मेधावी छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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