December 31, 2025

बिहार के वैभव सूर्यवंशी को मिला प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, राष्ट्रपति ने किया सम्मानित

नई दिल्ली। बिहार के होनहार क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी के लिए यह दिन ऐतिहासिक बन गया, जब उन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मात्र 14 वर्ष की उम्र में क्रिकेट की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुके वैभव को यह सम्मान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रदान किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने वैभव की प्रतिभा, मेहनत और उपलब्धियों की सराहना की और कहा कि उन्होंने कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले क्रिकेट जगत में असाधारण प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन किया है।
सम्मान समारोह और दिल्ली प्रवास
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार समारोह में शामिल होने के लिए वैभव बुधवार को ही दिल्ली रवाना हो गए थे। इसी कारण वे विजय हजारे ट्रॉफी में मणिपुर के खिलाफ होने वाला बिहार का दूसरा मुकाबला नहीं खेल सके। पुरस्कार ग्रहण करने के बाद वैभव की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी प्रस्तावित है। यह मुलाकात न केवल वैभव के लिए, बल्कि बिहार के युवा खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणादायक मानी जा रही है।
कम उम्र में बड़ी उपलब्धियां
वैभव सूर्यवंशी ने बेहद कम उम्र में क्रिकेट की दुनिया में कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। हाल ही में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में उन्होंने सबसे ज्यादा छक्के लगाकर सबका ध्यान खींचा था। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और बेखौफ अंदाज ने उन्हें देश के सबसे चर्चित युवा खिलाड़ियों में शामिल कर दिया है। चयनकर्ता और क्रिकेट विशेषज्ञ भी उनकी प्रतिभा को भविष्य के बड़े सितारे के रूप में देख रहे हैं।
विजय हजारे ट्रॉफी में ऐतिहासिक पारी
दो दिन पहले विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ वैभव ने ऐसा प्रदर्शन किया, जिसने क्रिकेट इतिहास में उन्हें खास स्थान दिला दिया। रांची के जेएससीए ओवल ग्राउंड में खेले गए प्लेट ग्रुप मैच में वैभव ने केवल 36 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। इस तरह वे लिस्ट-ए क्रिकेट में शतक लगाने वाले दुनिया के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। उन्होंने पाकिस्तान के जहूर इलाही का 39 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिन्होंने 1986 में 15 साल 209 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
रिकॉर्डतोड़ रन और विस्फोटक बल्लेबाजी
इस मुकाबले में वैभव ने 84 गेंदों पर 190 रन की तूफानी पारी खेली। उनकी इस पारी में 16 चौके और 15 छक्के शामिल थे। उन्होंने 12वें ओवर की पहली गेंद पर एक रन लेकर अपना शतक पूरा किया। वैभव बिहार टीम के उपकप्तान भी हैं और उनकी यह पारी टीम के लिए बेहद अहम साबित हुई। सबसे तेज 150 रन बनाने के मामले में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स और इंग्लैंड के जोस बटलर जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को भी पीछे छोड़ दिया।
यू-19 और यूथ वनडे में धमाकेदार प्रदर्शन
वैभव सूर्यवंशी ने इससे पहले यूएई के खिलाफ 14 छक्के लगाकर भी रिकॉर्ड बनाया था। अंडर-19 एशिया कप में उन्होंने 95 गेंदों पर 171 रन की पारी खेली, जिसमें 14 छक्के और 9 चौके शामिल थे। इस पारी की स्ट्राइक रेट करीब 180 रही। इसी के साथ वे यूथ वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज बन गए। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के माइकल हिल का 2008 में बना 12 छक्कों का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
टीम इंडिया के लिए ऐतिहासिक स्कोर
वैभव की धमाकेदार बल्लेबाजी के दम पर भारतीय अंडर-19 टीम ने यूथ वनडे क्रिकेट में अपना अब तक का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया। टीम ने 433 रन बनाए, जो पिछले साल ढाका द्वारा स्कॉटलैंड के खिलाफ बनाए गए 425 रन के रिकॉर्ड से भी अधिक था। इस मैच में वैभव ने मात्र 56 गेंदों में अपनी सेंचुरी पूरी की थी, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
मुश्ताक अली ट्रॉफी और टी-20 रिकॉर्ड
वैभव ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। 10 दिन पहले उन्होंने ईडन गार्डन्स में महाराष्ट्र के खिलाफ 61 गेंदों में नाबाद 108 रन की पारी खेली थी। इस पारी में 7 चौके और 7 छक्के शामिल थे। इसके साथ ही वे इस टूर्नामेंट में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बन गए। इतना ही नहीं, 14 साल की उम्र में तीन टी-20 शतक लगाने वाले वे इकलौते खिलाड़ी हैं।
आईपीएल में भी सबसे कम उम्र का रिकॉर्ड
वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल में भी एक खास उपलब्धि अपने नाम की है। वे आईपीएल में अर्धशतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। उन्होंने 14 साल और 32 दिन की उम्र में यह कारनामा किया। इससे पहले यह रिकॉर्ड रियान पराग के नाम था, जिन्होंने 17 साल 175 दिन की उम्र में 2019 में अर्धशतक लगाया था। वैभव का यह प्रदर्शन बताता है कि वे हर फॉर्मेट में खुद को साबित कर रहे हैं।
बिहार और देश के लिए प्रेरणा
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिलना वैभव सूर्यवंशी के लिए केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि उनके संघर्ष, मेहनत और प्रतिभा की पहचान है। बिहार जैसे राज्य से निकलकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर रिकॉर्ड बनाना लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है। वैभव की सफलता यह संदेश देती है कि सही मार्गदर्शन, कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से कम उम्र में भी बड़े सपने पूरे किए जा सकते हैं। वैभव सूर्यवंशी ने जिस तरह से कम उम्र में क्रिकेट के हर स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है, वह असाधारण है। राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाना उनके उज्ज्वल भविष्य की ओर एक मजबूत कदम है। आने वाले वर्षों में उनसे भारतीय क्रिकेट को बड़ी उम्मीदें हैं और यह तय माना जा रहा है कि वैभव सूर्यवंशी भविष्य में देश के लिए कई और ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल करेंगे।

You may have missed