PATNA : गांधी मैदान के पास मगध विश्वविद्यालय के छात्रों ने राज्यपाल का काफिला रोक किया हंगामा, स्टूडेंट्स ने लगाए हाय-हाय के नारे

पटना। राजधानी पटना में राज्यपाल फागू चौहान के काफिले के सामने हंगामा हुआ है। बता दे की हंगामा करनेवाले मगध विश्वविद्यालय के छात्र बताए जा रहे हैं। वही हंगामा करनेवालों ने राज्यपाल के नाम से हाय-हाय की नारेबाजी भी की है। वही यह पूरी घटना गांधी मैदान के पास स्थित बापू सभागार के सामने हुई है। बता दे की राज्यपाल नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होने के बाद निकल रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार काफिले के सामने हंगामा हो गया। साथ ही पुलिस के साथ झड़प हो गई। पुलिस ने लोगों को किसी तरीके से वहां से हटाया। उसके बाद राज्यपाल का काफिला वहां से निकल पाया। वही हंगामे को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस वहां मौजूद है। फिलहाल इन सभी छात्र-छात्राओं को वहां से हटाया जा रहा है। छात्र मगध विश्वविद्यालय का सेशन लेट होने से नाराज थे और उन्हें अपना ज्ञापन देना चाहते थे।
यूनिवर्सिटी को लेकर लंबे समय से चल रहा है हंगामा
बता दे की मगध विश्वविद्यालय में पिछले एक साल से परीक्षा एवं परिणाम लंबित हैं। सत्र 3 से 4 साल पीछे चल रहे हैं। एक नहीं बल्कि 5-5 सालों से लोगों की डिग्रियां पेंडिंग पड़ी है। इसके अलावा कई डिपार्टमेंट की परीक्षा बीते कई सालों से अब तक नहीं हो सकी है। एमयू के विभिन्न छात्र संगठन आए दिन धरना प्रदर्शन करते हैं। लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं होता है। वही इसके विरोध में छात्रों का आंदोलन लगातार हो रहा है। यूनिवर्सिटी के छात्रों ने अपनी डिग्री और रिजल्ट की मांग को लेकर हाल ही में गया में धरना प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन करने वाले ग्रेजुएशन, एमए समेत कई कोर्स के छात्र एमयू के गेट पर धरने पर बैठ गए। साथ ही उन्होंने जीटी रोड को जोड़ने वाले गया-डोभी मार्ग को जाम कर दिया था। सड़क जाम की वजह से गया-डोभी मार्ग पर बड़ी संख्या में वाहनों की कतार लग गई थी। वही छात्रों का कहना है कि एमयू प्रशासन के अधिकारियों से मिलते हैं तो आश्वासन जरूर देते हैं। पर उस पर अब तक काम नहीं हो सका है। रिजल्ट व डिग्री नहीं मिलने की वजह से समस्या ज्यों की त्यों बनी चली आ रही है।
प्रभारी कुलपति के भरोसे चल रहा विश्वविद्यालय
वही छात्र नेताओं का कहना है कि जिस तरीके से विश्वविद्यालय को प्रभारी के हाथों में सौंप दिया गया है। उसी का परिणाम है कि विश्वविद्यालय में शैक्षणिक संकट आ गया है। पूरे विश्वविद्यालय को लापता पदाधिकारियों के हाथों में सौंप गया है। विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति नहीं होने के कारण इससे पहले तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल कुलपति के प्रभार में थे। हाल ही में नालंदा खुला विश्वविद्यालय, पटना के कुलपति प्रोफेसर केसी सिन्हा को मगध विश्वविद्यालय के कुलपति का प्रभार दिया गया है।

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