बिहार में हो रहे जातीय जनगणना का लोजपा (रामविलास) ने किया समर्थन, पार्टी ने कहा- CM का यह फैसला स्वागत योग्य

पटना। बिहार में जातीय जनगणना कराने का काम शुरू होने जा रहा है। वही इसके लिए राज्य सरकार ने अपने कदम बढ़ा दिए हैं। वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस कदम पर अब उस पार्टी का साथ मिल रहा है। जो लगातार बिहार में उनकी सरकार को घेरते हुए आई है। जो 2020 का विधानसभा का चुनाव हो या फिर इसके बाद राज्य में अलग-अलग सीटों पर हुए उपचुनाव। वोट काट कर लगातार नीतीश कुमार की पार्टी को नुकसान पहुंचाते आई है। हम बात कर रहे हैं जमुई सांसद चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) की। वही बयान जारी कर पार्टी की प्रदेश इकाई ने बिहार में होने वाले जातीय जनगणना का समर्थन किया है। वही पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रोफेसर विनीत कुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री का यह फैसला स्वागत योग्य है।
भ्रष्टाचार के शिकार होने का डर
वही बता दे की चिराग की पार्टी ने भले ही CM के जातीय जनगणना कराने के फैसले का समर्थन किया है। लेकिन, इस पर एक बड़ा सवाल भी खड़ा कर दिया है। वही सवाल उठाते हुए प्रवक्ता प्रो. विनीत ने कहा कि जातिगत जनगणना के क्रियान्वयन को लेकर शक पैदा हो गया है। क्योंकि, बिहार में 7 निश्चय योजना लागू हुई थी। जो मुख्यमंत्री की सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में शामिल थी। पर यह योजना भ्रष्टाचार के शिकार हो गई। डर है कि इसी तरह कहीं जातिगत जनगणना की योजना भी भ्रष्टाचार की शिकार न हो जाए।
सभी दलों से करनी चाहिए थी बात
वही लोजपा (रामविलास) का कहना है इस मुद्दे पर राज्य सरकार को सबसे पहले एक सर्वदलीय बैठक करनी चाहिए थी। हर राजनीतिक पार्टी से उनके विचार जानने चाहिए थे। मगर, मुख्यमंत्री ने अपने अहंकार की वजह से ऐसा नहीं किया। वही इस मामले में प्रदेश प्रवक्ता ने सवाल उठाते हुए कहा कि जिस तरह से गणना में शिक्षकों को लगाया गया है। वह कहां तक सही है? शिक्षक सुबह से शाम 4 बजे तक क्लास लें और उसके बाद गणना का काम करें। इससे जन गणना के गुणवत्ता प्रभावित होगी। साथ ही पढ़ाई के बा जब वही शिक्षक बच्चों से उनकी जाती पूछेंगे तो सही नहीं लगेगा।

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